बॉलीवुड में ‘कैप्टन’ के नाम से मशहूर था अबू सलेम, इन बड़े स्टारों से जुड़ा था कनेक्शन


टी-सीरीज कंपनी के संस्थापक और संगीत सम्राट गुलशन कुमार की हत्या के पीछे अबू सलेम का हाथ माना जाता है। अबू सलेम ने गुलशन कुमार से हर महीने 5 लाख रुपये मांगे थे जिसे गुलशन कुमार ने देने से मना कर दिया था। गुस्साए सलेम ने शूटर राजा के जरिए गुलशन कुमार की दिन दहाड़े हत्या करवा दी थी। ऐसा कहा जाता है कि जब शूटर राजा ने गुलशन कुमार की हत्या की तो करीब 15 मिनट तक उसने अपना फोन ऑन रखा जिससे उनकी चीखें अबू सलेम सुन सके। संगीतकार नदीम पर भी इस हत्या में साथ देने का आरोप था जिसके बाद नदीम दुबई फरार हो गया।
लेखक एस हुसैन जैदी ने अपनी किताब ‘अबू सलेम बोल रहा हूं’ में बताया है कि गुलशन कुमार की हत्या के बाद बॉलीवुड में अबु सलेम का डर पैदा हो गया था जिसके बाद वह फिल्मी हस्तियों को फोन करते वक्त अपना नाम कैप्टन बताता था। हुसैन जैदी के मुताबिक, 1993 में संजय दत्त ने अनीस को फोन किया कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं और उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए कुछ गन चाहिए। अनीस ने अबू सलेम को फोन करके कहा, ‘जा के संजू को मशीन दे आ’। जिंदगी में पहली दफा अबू सलेम की मुलाकात किसी फिल्म स्टार से हुई थी।
बंबई धमाकों के बाद जो बयान दर्ज किए गए थे उसमें अबू सलेम ने माना था कि वह अपने सामने किसी फिल्म स्टार को देखकर भौंचक्का रह गया था और उन्होंने कम से कम 3 बार संजय दत्त को गले लगाया हालांकि बाद में संजय दत्त ने कहा था कि उन्हें ज्यादा गन नहीं चाहिए और उनके पास एक गन ही काफी है जिसके बाद सलेम को गन लेकर वापस आना पड़ा था।
अबू सलेम का जिक्र बार-बार एक्ट्रेस मोनिका बेदी के साथ लव अफेयर को लेकर होता रहा है। दोनों के रिश्तों को लेकर कई तरह की कहानियां हैं। दावा है कि दोनों का सिर्फ अफेयर ही नहीं था बल्कि अबू और मोनिका ने शादी भी की थी। मोनिका बेदी खुद अबू सलेम के साथ अपने रिश्तों की बात कबूल चुकी हैं। उधर, अबू सलेम तो कई बार कह चुका है कि वह मोनिका से प्यार करता है।
बिग बॉस कंटेस्टेंट रह चुकीं मोनिका बेदी ने साल 2014 में फिल्मफेयर मैगजीन को एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ‘अबू से मेरी मुलाकात साल 1998 के अंत में दुबई में एक शो के दौरान हुई थी। उसने खुद को बिजनेसमैन बताया था। उसने अपना नाम भी कुछ और बताया था। हमारी फोन पर ही दोस्ती हो गई। मैंने उससे बातें शेयर करना शुरू कर दिया। इसके बाद मैं उससे मिलने दुबई गई। वहां उसने मुझे अपना असली नाम अबू सलेम बताया हालांकि तब भी मुझे नहीं मालूम था कि अबू सलेम कौन है। उसने मुझे बताया कि उसका गाड़ियों का शोरूम है और वह स्टेज शो का आयोजन भी करता है।
फिर एक वक्त ऐसा आया जब मोनिका बेदी रिश्ते को खत्म कर आगे बढ़ना चाहती थीं। मोनिका के मुताबिक, ‘मैं पुर्तगाल में अबू को समझाती थी कि हमारे बीच में चीजें काम नहीं कर रही हैं और हम दोनों एक दूसरे से अलग हैं। मैंने उससे कई बार कहा था कि हमें इन सब से बाहर निकलने के लिए कुछ करना होगा। वह मुझसे कहता था कि मुझे थोड़ा वक्त दो, मुझे सेटल होने दो।’
इससे पहले कि मोनिका और अबू पुर्तगाल से निकल पाते 20 सितंबर 2002 को इंटरपोल ने दोनों को लिस्बन से गिरफ्तार कर लिया। दोनों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पुर्तगाल में घुसने के आरोप में जेल भी जाना पड़ा। साल 2006 में एक भारतीय कोर्ट ने मोनिका बेदी को जाली नाम से पासपोर्ट बनाने का दोषी पाया था। साल 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने मोनिका की सजा तो बरकरार रखी लेकिन उसकी अवधि थोड़ी कम कर दी क्योंकि वह पहले ही सजा काट चुकी थीं। फिलहाल मोनिका बेदी टीवी और शोज में व्यस्त हैं।