घूमते-घूमते लड़की पहुंची ऐसे गांव, जहां हर घर में दिखी लाइब्रेरी!

बुक प्रेमियों को अगर बड़ी लाइब्रेरी और शांत माहौल मिल जाए, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं होता. फिर वो घंटों तक वहीं बैठे रह सकते हैं. सोचिए अगर किसी को पूरा का पूरा गांव ही लाइब्रेरी की तरह मिल जाए. हाल ही में एक लड़की महाराष्ट्र के एक गांव में अपने दोस्तों के साथ घूमने पहुंची, मगर वो ये देखकर हैरान हो गई कि उस गांव के हर घर में किताबें (Book Billage of India) ही किताबें थीं, जिसे लोग आसानी से पढ़ सकते थे. तब उस लड़की ने बताया कि ये गांव भारत में क्यों खास है.
प्रतीक्षा जैसवाल एक ट्रैवलर और कंटेंट क्रिएटर हैं. उन्होंने हाल ही में एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वो भारत के सबसे अनोखे गांव में पहुंची हैं. इस गांव में उन्हें लगभग हर गांव में किताबें मिलीं, जगह-जगह पर लाइब्रेरी नजर आई, जिसे देखकर वो और उनकी सहेलियां भी हैरान हो गईं. इस गांव का नाम है भिलार (Bhilar, Mahabaleshwar) जिसे पुस्तकांच गाव (Pustakanch Gaav), जो महाराष्ट्र के पंचगनी और महाबलेश्वर के पास है. ये भारत का पहला किताबों वाला गांव (Book Village) है.
गांव को बना दिया लाइब्रेरी
महाराष्ट्र सरकार ने इस गांव में 2017 में पहल की और गांव को साहित्य का एक ऐसा हब बनाया, जहां पर 15 हजार से ज्यादा किताबें मौजूद हैं. गांव में 25 अलग-अलग जगहों पर रीडिंग स्पॉट्स बनाए गए हैं. ये स्पॉट्स, स्कूल, मंदिर, घर आदि में मौजूद हैं. हर जगह अलग-अलग जॉनर की किताबें मौजूद हैं, जिसमें इतिहास, पर्यावरण आदि जैसे जॉनर शामिल हैं. टूरिस्ट इस छोटी लाइब्रेरियों में आराम से घूम फिर सकते हैं और किताबों का मजा ले सकते हैं. गांव में कई साहित्य से जुड़े कार्यक्रम होते रहते हैं. वीडियो में प्रतीक्षा भी सहेलियों के साथ गांव को एक्सप्लोर करते नजर आ रही हैं.
वीडियो हो रहा है वायरल
इस वीडियो को 3 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं और कई लोगों ने कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक ने कहा कि ये भारत का सबसे खास गांव है, जब वो वहां गई थी, तो उसने भी बहुत मजे किए थे. एक ने कहा कि यहां पर जिंदगी जीने का अलग ही मजा है. एक ने कहा- “मैंने खुद भिलार गांव जाकर वहां के अलग-अलग घरों में रखे किताबों के भंडार को देखा है.”