एक साइबर सिक्योरिटी फर्म में आईफोन यूजर्स के लिए एक नई जानकारी की साझा-

आईफोन मेकर कंपनी एपल अपने डिवाइस को लेकर यूजर्स को भरोसा दिलाती है कि आईफोन में सिक्योरिटी और प्राइवेसी के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं। यही वहज है कि एपल की सिक्योरिटी के साथ हर दूसरा यूजर आईफोन को खरीदने की इच्छा रखता है।

साइबर स्टॉकर कैसे रख रहे नजर?

इसी कड़ी में टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भी एपल यूजर्स को विंडोज 11 से फोन लिंक ऐप की सुविधा देती है। वहीं अब खबर आ रही है साइबर हैकर्स ने इस फीचर में एक बड़ा लूपहोल पाया है, इसकी मदद से वे आईफोन यूजर्स को ट्रिक करने की कोशिश कर रहे हैं।

दरअसल Certo नाम की एक साइबर सिक्योरिटी फर्म (cybersecurity firm Certo) ने एक चौंकाने वाली जानकारी दी है। फर्म ने कहा है कि साइबर हैकर्स आईफोन यूजर्स की जासूसी करने के लिए फोन लिंक का इस्तेमाल कर रहे हैं। फर्म ने कहा है कि इस मामले को लेकर कई आईफोन यूजर्स ने रिपोर्ट किया है।

क्या काम कर रहे साइबर स्टॉकर?

रिपोर्ट की मानें तो साइबर हैकर्स आईफोन यूजर के iMessages पर नजर बनाए हुए हैं। इतना ही नहीं, हैकर्स यूजर के डिवाइस की कॉल हिस्ट्री चेक करने से लेकर, कॉल करने और नोटिफिकेशन चेक करने का काम कर सकते हैं।

आईफोन यूजर्स पर नजर बनाए रखने के लिए हैकर्स फोन लिंक का इस्तेमाल कर रहे हैं। जैसे ही यूजर अपने एपल डिवाइस को विंडोज 11 से कनेक्ट करता है, आईफोन यूजर के पास होते हुए भी हैकर्स की पहुंच में रहता है।

साइबर स्टॉकिंग से कैसे बचें?

  • साइबर स्टॉकिंग से बचने के लिए यूजर कुछ स्टेप्स को फॉलो कर सकता है।
  • इसके लिए सबसे पहले आईफोन में सेटिंग ऐप पर आने की जरूरत होगी।
  • यहां ब्लूटुथ में My Devices पर क्लिक करना होगा।
  • यहां ऐसे डिवाइस को चेक करें जिसे आप नहीं जानते हैं।
  • ऐसे डिवाइस को खोजा जाना जरूरी है जिसके लिए ‘Show Notifications’ और ‘Share System Notifications’ एनेबल हो।
  • अनजान डिवाइस मिलने पर Forget This Device पर टैप करना होगा।
  • ऐसा करते ही आईफोन से अनजान डिवाइस को अनपेयर किया जा सकता है।

आईफोन यूजर्स को ब्लूटुथ इस्तेमाल न होने पर इस सेटिंग को बंद करने की भी सलाह दी जाती है

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