दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखा एक पत्र, जानें क्या ..

दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है। उन्होंने इस पत्र में राष्ट्रीय राजधानी में प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालन के लिए आपसी बैठकों को फिर से शुरू किए जाने की बात कही है। उपराज्यपाल ने चिट्ठी में लिखा है कि मैं तारीफ करना चाहता हूं कि आपने शहर की प्रशासनिक व्यवस्था को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है। चूंकि चीजें राजधानी के प्रशासन से जुड़े संवैधानिक प्राविधानों और कानूनों की पेचीदगियों में उलझने लगी हैं। इसकी स्पष्टता के लिए मैं आपको बैठक के लिए आमंत्रित करना चाहता हूं, ताकि संवाद के जरिए मुद्दों का समाधान हो सके…

दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह पत्र ऐसे समय लिखा है जब एमसीडी में 10 एल्डरमैन को मनोनित करने को लेकर राजनिवास और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की सरकार के बीच तनातनी देखी जा रही है। हाल ही में केजरीवाल ने भी उपराज्यपाल को एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने राज्य सरकार की अनदेखी करने का आरोप लगाया था। माना जा रहा है कि उप-राज्यपाल की ओर से लिखी गई चिट्ठी इसी का जवाब है। 

उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने पत्र में लिखा- बीते कुछ दिनों के दौरान मुझे आपके कई पत्र मिले हैं। सबसे पहले, मैं इस बात के लिए तारीफ करना चाहूंगा कि आपने शहर की प्रशासनिक व्यवस्था को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है। दिल्ली में प्रशासन को चलाने वाले प्राविधान संविधान सभा, राज्य पुनर्गठन आयोग और भारत की संसद में गंभीर विचार-विमर्श से निकले हैं। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी कई मौकों पर स्पष्ट रूप से इनकी व्याख्या की है। ये प्राविधान बिल्कुल स्पष्ट हैं।

एलजी ने आगे लिखा- अक्टूबर तक हम नियमित रूप से मिलते थे, लेकिन उसके बाद आपने विधानसभा चुनावों में व्यस्तता का हवाला देकर मिलने में असमर्थता जताई। चूंकि अब चुनाव खत्म हो गए हैं, ऐसे में शहर में प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए आपसी बैठकें फिर से शुरू की जानी चाहिए। इस तरह की बैठकें शहर के लोगों के हित में सचेत विचार-विमर्श के लिए जरूरी हैं। आपका कार्यालय इस बैठक के लिए कोई भी सुविधाजनक तारीख तय कर सकता है। मुझे यकीन है कि ऐसी बैठकों से व्यापक स्पष्टता आएगी। 

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