सोने में भारी उछाल, पहुंचा 73000 के पार

शुक्रवार को सोने की कीमत 73,044 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई, जिसमें एक दिन में 1,243 रुपए की वृद्धि दर्ज की गई। यह 10 मई के बाद से सोने की सबसे बड़ी एक-दिनी बढ़त है और 53 दिनों में पहली बार 73 हजार का स्तर पार किया गया है। सोने की कीमतों में यह तेजी 23 जुलाई को सरकार द्वारा सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी 15% से घटाकर 6% करने के बाद आई गिरावट के ठीक उलट है, जब कीमतें 68,131 रुपए प्रति 10 ग्राम तक गिर गई थीं। तब से अब तक यानि 49 दिन में सोने के दाम 7.21% बढ़ गए हैं।

चांदी की बढ़त
चांदी की कीमतों में भी शुक्रवार को 2,912 रुपए प्रति किलो की वृद्धि देखी गई, जिससे यह 86,100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई। इस वृद्धि के पीछे इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बैटरी में चांदी की बढ़ती मांग एक बड़ा कारण है। सैमसंग द्वारा विकसित नई ईवी बैटरी, जो 9 मिनट में चार्ज हो जाती है, में सिल्वर का इस्तेमाल किया जाता है। अगर इस तकनीक का अधिक उपयोग हुआ, तो चांदी की मांग में भारी इजाफा होगा। अनुमान के मुताबिक, अगर 20% ईवी में यह बैटरी इस्तेमाल होती है, तो सालाना 16,000 टन चांदी की जरूरत होगी, जो कुल वैश्विक उत्पादन का 60% है।

वैश्विक बाजार में सोने की संभावनाएं
अमेरिकी निवेश फर्म गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, सोने की कीमतों में इस साल 20% की बढ़ोतरी देखी गई है। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार में सोना 2,584 डॉलर प्रति आउंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। 2025 की शुरुआत तक कीमतें 15% बढ़कर 2,700 डॉलर प्रति आउंस पहुंच सकते हैं। यह बढ़ोतरी अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती और वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की स्टॉकिंग के कारण हो सकती है। यदि अमेरिका कर्ज के बोझ को लेकर नए वित्तीय प्रतिबंध लगाता है या भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है, तो सोने की कीमतों में और मजबूती आ सकती है।

अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव से और चमकेगा सोना
रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच जारी तनाव और अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव से भी सोने की मांग बढ़ रही है। इसके अलावा, अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव, जैसे कि चीनी ईवी पर अमेरिकी 100% इंपोर्ट ड्यूटी ने भी बाजार में अनिश्चितता बढ़ा दी है, जिससे निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं।

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