मणिपुर में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़
मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच गुरुवार रात को मुठभेड़ हुई। इस दौरान करीब एक घंटे तक कई राउंड फायरिंग हुई। हालांकि, फायरिंग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
बताया जाता है कि उग्रवादियों ने शांतिखोंगबल, यिंगांगपोकपी उयोक चिंग और थम्नापोकपी उयोक चिंग गांवों में गोलीबारी की। पुलिस ने बताया कि उनको भगाने के लिए सुरक्षा बलों ने हवा में कुछ राउंड गोलियां चलाईं। मणिपुर में बीते साल मई से जातीय हिंसा चल रही है, जिसमें अब तक 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
हिंसा राज्य में लगातार जारी है, लेकिन इस माह की शुरुआत में जिरीबाम में तीन महिलाओं और उनके तीन बच्चों की हत्या के बाद से बवाल बढ़ गया। वहीं मणिपुर में बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में पांच हजार अतिरिक्त केंद्रीय बल के जवान भेजे हैं।
मणिपुर मुठभेड़ में मारे गए 10 युवकों का हुआ अंतिम संस्कार
मणिपुर के जिरीबाम कस्बे में 11 नवंबर को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 10 कुकी-जो युवकों का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। चूडचंद्रपुर के पीस ग्राउंड में आयोजित अंतिम संस्कार कार्यक्रम से पहले गांव के युवकों ने मृतकों को बंदूक की सलामी दी। मणिपुर पुलिस ने इन युवकों को उग्रवादी बताया था।
मणिपुर में कुकी-जो समुदाय के एक प्रमुख संगठन, स्वदेशी आदिवासी नेता मंच (आइटीएलएफ) ने इससे पहले एक शोक कार्यक्रम भी आयोजित किया। मृतकों के परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों ने मारे 10 युवकों को पुष्पांजलि अर्पित की। अंतिम संस्कार में मिजोरम के विधायक ¨गजालाला और कई अन्य लोग शामिल हुए। विधायक ¨गजालाला मुख्यमंत्री लालदुहोमा के तकनीकी सलाहकार भी हैं।
इंटरनेट पर प्रतिबंध सात दिसंबर तक बढ़ाया गया
मणिपुर सरकार ने गुरुवार को राज्य के नौ जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध दो दिन और बढ़ाकर सात दिसंबर तक कर दिया है। गृह विभाग की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है कि इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, काकचिंग, बिष्णुपुर, थोउबल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, फेरजावल और जिरीबाम में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध सात दिसंबर की शाम 5:15 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है।