स्नैपडील के अधिग्रहण को फ्लिपकार्ट ने ठंडे बस्ते में डाला, रद्द हो सकती है डील!

ऑनलाइन रिटेल कंपनी फ्लिपकार्ट के स्नैपडील के अधिग्रहण की कोशिशों को स्नैपडील ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है। अब ये डील रद्द भी हो सकती है, जिसमें स्नैपडील के बोर्ड ने फ्लिपकार्ट के उस ऑफर को अपनी मंजूरी दे दी थी, जिसके मुताबिक फ्लिपकार्ट ने 90-95 करोड़ यूएस डॉलर की राशि को मंजूदी जी थी। 
स्नैपडील के अधिग्रहण को फ्लिपकार्ट ने ठंडे बस्ते में डाला, रद्द हो सकती है डील!
इससे पहले भी फ्लिपकार्ट को स्नैपडील ने झटका दिया था, जब स्नैपडील ने फ्लिपकार्ट के उस ऑफर को ठुकराया था, जिसमें उसे खरीदने के लिए फ्लिपकार्ट ने 5500 करोड़ रुपये की पेशकश की थी। 

ये भी पढ़े: अभी अभी हुआ ऐतिहासिक फैसला: कश्मीर में कश्मीरी पंडितों को मिलेगी सरकारी नौकरी देगी सरकार

स्नैपडील के बोर्ड को लगता था कि फ्लिपकार्ट उसका वैल्युएशन कम लगा रही है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक दोनों कंपनियों में बातचीत बिल्कुल बंद हो गई है। इस मामले में लॉ फर्म जे सागर एसोसिएट्स और बैंकर क्रेडिट सुईस  स्नैपडील की ओर से निगोसिएशन कर रहे थे। उनकी फ्लिपकार्ड के हिस्सेदारों खैतान एंड कंपनी और गोल्डमैन सच्स से बातचीत हो रही थी। पर अब वो बातचीत बंद हो गई है।

स्नैपडील के फाउंडर को मिलने वाली थी 2.5 करोड़ डॉलर की राशि

डील के मुताबिक स्नैपडील के प्रत्येक फाउंडर को 2.5 करोड़ डॉलर मिलते। वहीं नेक्सस को 10 करोड़ और कालारी को 7-8 करोड़ डॉलर मिलने की संभावना थी।  स्नैपडील में निवेश करने वाले सॉफ्टबैंक ने कहा था कि पिछले वित्त वर्ष में उसे स्नैपडील के निवेश में 100 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था। अभी सॉफ्टबैंक के पास कंपनी में 30 फीसदी की हिस्सेदारी है। वहीं  नेक्सस 10 फीसदी और कालारी के पास 8 फिसदी हिस्सेदारी है।
 
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button