VVIP हवाई सफर के लिए बनेगा मैन्युअल, सीएम ने की घोषणा

मुंबई. महाराष्ट्र में विशिष्ट एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों (वीवीआईपी) के हवाई सफर के लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) बनाई जाएगी। इसके साथ ही सरकार हेलीपैड लोकेशन पॉलिसी भी बना रही है। बुधवार को विधान परिषद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वीवीआईपी के हवाई सफर के लिए कोई नियमावली नहीं है। इसलिए सरकार ने एसओपी तैयार करने का फैसला लिया है।
VVIP हवाई सफर के लिए बनेगा मैन्युअल, सीएम ने की घोषणा
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने हेलीपैड लोकेशन पॉलिसी भी तैयार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर हम जहां पर खुली जगह देखते हैं, वहीं हेलिकॉप्टर उतारने के लिए हेलीपैड बना देते हैं। लेकिन हेलीपैड नीति लागू होने से चिन्हित स्थानों पर ही वीवीआईपी का हेलिकॉप्टर उतारा जा सकेगा। इसके साथ ही पुराने हेलीपैड का आॅडिट भी किया जाएगा।
 
सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य शरद रणपीसे ने मुख्यमंत्री के लातूर के निलंगा में हुए हेलिकॉप्टर हादसे को लेकर सवाल पूछा था। रणपीसे ने कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के सफर के दौरान जिस तरह से ब्लू बुक के नियमों का पालन किया जाता है। उसी तरह राज्य सरकार की तरफ से वीवीआईपी की सुरक्षा के मद्देनजर नियमावली बनाई जानी चाहिए।
 
इसी बीच कांग्रेस के संजय दत्त ने कहा कि हेलिकॉप्टर की मरम्मत पर नजर नहीं रखी जाती। क्योंकि डीजीसीए के पास इसके लिए स्टाफ नहीं है। दत्त ने कहा कि विशिष्ट व्यक्तियों को लेकर होने वाली दुर्घटनाओं के जांच के आदेश तो दे दिए जाते हैं, लेकिन उसकी जांच रिपोर्ट आने में बहुत समय लगता है।
 
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप के सुझावों पर ध्यान दिया जाएगा। इस दौरान विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि निलंगा के बाद रायगड के अलीबाग में हादसा हुआ। इसलिए दोनों घटनाओं की जांच होनी चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र वाली विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) के जरिए हादसे की जांच शुरू है।
 
इस मामले में पायलट संजय कर्वे और सहयोगी पायलट मोहित शर्मा का लाइसेंस निलंबित किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने नया हेलिकॉप्टर खरीदने का निर्णय लिया है। नया हेलिकॉप्टर आने तक किराए के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाएगा।
 
अलीबाग के हादसे की कहानी, मुख्यमंत्री की जुबानी
रायगड के अलीबाग में हुए मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर हादसे के वक्त मुख्यमंत्री कार्यालय ने दावा किया था कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है, लेकिन बुधवार को विधान परिषद में मुख्यमंत्री ने खुद इस घटना का ब्यौरा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस दिन की घटना आश्चर्यजनक थी।
 
उन्होंने बताया कि मुंबई से जाते समय अलीबाग के हेलीपैड पर पहुंचने के बाद हेलिकॉप्टर का पंखा शुरू ही था कि पायलट ने हमें उतरने को कहा। हम लोग बिना कुछ सोचे उतर गए। इसके बाद वापस आते समय जब हमारा काफिला हेलीपैड पर पहुंचा, तो हमारे हेलिकाॅप्टर में सवार होने से पहले ही पायलट ने हेलिकाॅप्टर का पंखा शुरू कर दिया। यह देखकर हमें थोड़ा आश्चर्य हुआ। लेकिन हमें लगा कि पायलट बोल रहा है तो हम बैठ जाते हैं।
 
मेरे हेलिकॉप्टर में बैठने से पहले पायलट ने हेलिकॉप्टर को उड़ा दिया। यदि मैं हेलिकॉप्टर के करीब पहुंच जाता और उसका गेट खुला रहता तो बड़ा हादसा हो सकता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुभवी होने के बाद बावजूद न जाने हेलिकॉप्टर के पायलट ने ऐसा क्यों किया? 

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