सात लाख यात्रियों के लिए तैयार होगा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन

लगातार भीड़ बढ़ने के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को पुनर्विकास योजना के तहत 7 लाख यात्रियों को संभालने के लिए सक्षम बनाया जाएगा। वर्तमान में यह स्टेशन करीब 4 लाख यात्रियों की आवाजाही का भार उठा रहा है। उत्तरी रेलवे के अनुसार, मौजूदा स्टेशन भवन को हटाकर प्लेटफॉर्म नंबर 1 और 16 के पास दो अत्याधुनिक स्टेशन बिल्डिंग बनाई जाएंगी। दोनों नई इमारतों का कुल क्षेत्रफल करीब 1.09 लाख वर्ग मीटर होगा, जो मौजूदा स्टेशन भवन की तुलना में कई गुना अधिक है। इससे यात्रियों अधिक जगह मिलेगी और भीड़ प्रबंधन में भी बड़ी मदद मिलेगी। इसके अलावा स्टेशन पर यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सिग्नलिंग सिस्टम का उन्नयन, मल्टीट्रैकिंग और अन्य यातायात सुविधा से जुड़े कार्य भी किए जाएंगे।

विशेष एप्रन एरिया किया जाएगा विकसित
नई स्टेशन बिल्डिंग में यात्रियों के लिए पर्याप्त होल्डिंग एरिया, वेटिंग लाउंज, आधुनिक टिकटिंग सिस्टम और साफ-सुथरे परिसरों की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही एलिवेटेड रोड से स्टेशन बिल्डिंग तक यात्रियों के आवागमन के लिए विशेष एप्रन एरिया विकसित किया जाएगा, जिससे स्टेशन के बाहर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। स्टेशन परिसर में बहुस्तरीय पार्किंग विकसित की जाएगी, ताकि निजी वाहनों के कारण सड़कों पर जाम की स्थिति न बने। रेलवे के अनुसार, स्टेशन को दिल्ली मेट्रो, बस सेवाओं और अन्य शहरी परिवहन प्रणालियों के साथ बेहतर तरीके से इंटीग्रेट किया जाएगा।

ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के आसपास अक्सर ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है। इसे देखते हुए स्टेशन योजना में शहर के ट्रैफिक प्रबंधन को भी प्राथमिकता दी गई है। एलिवेटेड रोड, अलग-अलग एंट्री और एग्जिट पॉइंट तथा पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ के लिए निर्धारित जोन बनाए जाएंगे।

दिल्ली मेट्रो फेज-5 पर 12 हजार करोड़ खर्च करेगी सरकार: सूद
दिल्ली के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने कहा कि मेट्रो के पांचवें चरण पर दिल्ली सरकार करीब 12 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने हाल ही में मेट्रो फेज-5ए को मंजूरी दी है और फेज-4 का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे राजधानी की परिवहन व्यवस्था को नई मजबूती मिलेगी। जनकपुरी में आयोजित अटल सम्मान समारोह में मंत्री ने कहा कि मेट्रो का विस्तार दिल्ली के भविष्य के लिए बेहद जरूरी है। बढ़ती आबादी, ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की चुनौती से निपटने में मेट्रो अहम भूमिका निभा रही है। आने वाले साल में मेट्रो नेटवर्क के और विस्तार से लोगों को सुरक्षित, सुलभ और समयबद्ध परिवहन सुविधा मिलेगी।

मेट्रो अटल की दूरदर्शी सोच का परिणाम
मंत्री ने कहा कि दिल्ली मेट्रो की परिकल्पना भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शी सोच का परिणाम है। तत्कालीन मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना के साथ मिलकर अटल ने मेट्रो परियोजना को आगे बढ़ाया। अगर उस समय यह फैसला नहीं लिया गया होता तो आज दिल्ली की यातायात व्यवस्था की स्थिति बेहद गंभीर होती। मंत्री ने जनकपुरी विधानसभा के सीटूए ब्लॉक में आयोजित अटल सम्मान समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सेवा, समर्पण और उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया।

अटल आज भी प्रेरित करते हैं : सूद
मंत्री ने कहा कि अटल के लिए ईमानदारी, पारदर्शिता, समावेशी विकास और राष्ट्रहित सर्वोपरि थे। यही कारण है कि उनका जीवन और कार्य आज भी लोगों को प्रेरित करता है। समारोह में आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी, गुरुद्वारों के प्रतिनिधि, मंदिर समितियां, छठ पूजा समितियां और शिवरात्रि कांवड़ सेवा से जुड़े लोग मौजूद रहे।

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