7000 रुपये की एसआईपी से कब बनेगा 30 लाख का फंड

म्यूचुअल फंड निवेशकों का पसंदीदा निवेश विकल्प बन गया है। एक समय ऐसा था, जब लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करने से बचा करते थे। क्योंकि म्यूचुअल फंड में आकर्षक रिटर्न मिल सकता है, लेकिन ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। आज हम एसआईपी कैलकुलेशन की मदद से समझेंगे कि हर महीने 7000 रुपये की एसआईपी से 30 लाख का फंड कब तक तैयार होगा?
कैलकुलेशन
निवेश रकम- 7000 रुपये
निवेश रिटर्न- 12 फीसदी
अगर हर महीने 7000 रुपये की एसआईपी की जाए तो 30 लाख का फंड बनाने के लिए 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से 14 साल तक निवेश करना होगा। हालांकि ये रिटर्न शेयर बाजार पर निर्भर करता है। इसलिए कम या ज्यादा हो सकता है।
इन 14 सालों में आपको 30,55,000 रुपये मिल सकते हैं। इसके साथ ही 11,76,000 रुपये निवेश रकम के रूप में जमा हो जाएंगे। आपको केवल रिटर्न में ही 18,79,000 रुपये मिल सकते हैं।
निवेश से पहले इन 6 बातों को ध्यान देना जरूरी
- AUM (Assets Under Management): फंड का AUM कम-से-कम 1000 करोड़ रुपए होना चाहिए। छोटा AUM होने पर फंड ज्यादा रिस्क में आ जाता है और रिटर्न अस्थिर हो सकते हैं।
- Time Since Existence (फंड की उम्र): फंड कम-से-कम 5 साल पुराना होना चाहिए। इससे आपको पता चलेगा कि उसने मार्केट के अच्छे और बुरे दोनों समय में कैसा प्रदर्शन किया।
- Expense Ratio (खर्च अनुपात): जितना कम खर्च अनुपात, उतना बेहतर। कम खर्च होने का मतलब है कि आपके मुनाफ़े पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
- Alpha (अल्फा): अल्फा बताता है कि आपका फंड मार्केट इंडेक्स से कितना बेहतर रिटर्न दे रहा है। उदाहरण से समझें तो मान लीजिए कि अगर इंडेक्स ने 10% रिटर्न दिया और फंड ने 15%, तो अल्फा 5 यानी फंड अच्छा परफॉर्म कर रहा है।
- Beta (बीटा): बीटा बताता है कि फंड मार्केट के उतार-चढ़ाव पर कितना रिएक्ट करता है। बीटा 1 से ज्यादा है तो फंड रिस्की माना जाएगा।
- Turnover Ratio: यह दिखाता है कि फंड का पोर्टफोलियो कितनी बार ट्रेड हो रहा है। अगर Turnover Ratio 40% से ज्यादा है तो फंड रिस्की है और 40% से कम है तो फंड अपेक्षाकृत सुरक्षित है।
(डिस्क्लेमर: यहां म्यूचुअल फंड पर दी गयी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। म्यूचुअल फंड में जोखिम हो सकता है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)





