सोनीपत में बनेगा देश का अनोखा ट्रांजिट हब

सोनीपत में एक ऐसा गतिशील परिवहन केंद्र बनने जा रहा है, जो न सिर्फ शहर और आसपास के इलाकों के लिए यात्रा को आसान बनाएगा बल्कि दिल्ली-एन.सी.आर. व आसपास के प्रदेशों से जुड़ने की सुविधा देगा। बस अड्डा, मैट्रो तथा रैपिड ट्रेन की सुविधा एक ही परिधि में मिल सकेंगी। फिलहाल बस अड्डे के लिए प्रस्तावित स्थान जाट जोशी गांव है. जहां आधुनिक बस अड्डा और वर्कशॉप समेत अन्य सुविधाएं विकसित किए जाने के लिए धरातल पर काम शुरू हो चुका है। यहां से 300 मीटर की दूसरी पर ही सैक्टर-7 मोड़ पर आर.आर.टी. एस. यानी रैपिड ट्रेन का स्टेशन प्रस्तावित है। इसके अलावा भविष्य में फेज-5 के तहत मैट्रो का विस्तारीकरण किया जाएगा, जिसका स्टेशन रैपिड ट्रेन के साथ ही होगा।

पिछले कुछ सालों से एन.सी.आर. में कनैक्टीविटों पर विशेष काम किया जा रहा है, जिसके तहत सोनीपत की सार्वजनिक परिवहन सुविधा और रेल-मैट्रो कनैक्टिविटी पर जोर रहा है। शहर के पुराने, भीड़-भाड़ वाले बस आई को शहर से बाहर शिफ्ट करके जाट जोशी में 9.43 एकड़ भूमि पर नया आधुनिक बस स्टैंड बनाया जाएगा, जिसे लेकर पैमाइश व निशानदेही का काम शुरू हो चुका है। यह बस अड्डा केवल बसों का केंद्रा नहीं होगा बल्कि साथ में वर्कशॉप, पार्किंग, रैन बसेरा, वेटिंग हॉल जैसी सुविधाएं भी होंगी ताकि बस संचालन सुचारू और सुविधाजनक हो सके। दूसरी और शहर व आसपास के इलाकों के लिए मैट्रो सेवा का विस्तार भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

दिल्ली मैट्रो बैलो लाइन को अब नाथूपुर कुंडली होते हुए अगले फेज में सैक्टर-7 तक बढ़ाने का प्रस्ताव है। इस मैट्रो विस्तार परियोजना में लगभग 26.5 किलोमीटर की दूरी तय होगी, 21 नए स्टेशन बनेंगे और अनुमान है कि रोजाना करीब 50,000 यात्रियों को इस सेवा का लाभ मिलेगा। अगर मैट्रो योजनाएं पूरी होती हैं तो एक ही परिधि में बस, मैट्रो रैपिड रेल यानी मल्टी- मॉडल सुविधा मिल सकेगी।

शेष हरियाणा से दिल्ली आवागमन होगा बेहद आसान
दिल्ली या एन.सी.आर. जाने-आने वाले यात्रियों को बस, मैट्रो या रैपिड रेला के लिए अलग स्थान नहीं ढूंढने होंग बल्कि एक ही केंद्र से आसानी से यात्रा कर सकेंगे। कुंडली व नाथूपुर में प्रस्तावित मैट्रो स्टेशन को लेकर धरातल पर कामा शुरू हो चुका है, जबकि यहां तक विस्तारीकरण के बाद मैट्रो के फेज-5 में सैक्टर-7 मोड़ को शामिल किया जाएगा। बस सेवा, मैट्रो व रैपिड की सुविधाएँ मिलने से सोनीपत ही नहीं बल्कि पासा के अन्य क्षेत्रों को भी राहत मिलेगी।

कनैक्ट होंगे शहर, निवेश, रोजगार, रियल एस्टेट के बढ़ेंगे अवसर
दरअसल पिछले कुछ सालों म सोनीपत को सिर्फ दिल्ली का उपनगरा नहीं, बल्कि एक भविष्य की विकासशीला नियोजित नगरी के रूप में देखा जा रहा है। रियल एस्टेट मांग में तेजी आई है के.एम.पी., के.जी.पी., यू.ई.आर.-2 के अलावा मैट्रो रैपिड रेल नैटवर्क की बजह से निवेशकों की नजर सोनीपता पर तेजी से बढ़ी है।

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