ट्रंप के दक्षिण कोरिया पहुंचने से ठीक पहले किम जोंग की चेतावनी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दक्षिण कोरिया यात्रा से पहले उत्तर कोरिया ने क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया। उत्तर कोरिया द्वारा इस परीक्षण में मिसाइलों को पीले सागर से प्रक्षेपित किया गया, जो दो घंटे तक उड़ीं। ट्रंप ने किम जोंग उन से मिलने की इच्छा जताई है, लेकिन उत्तर कोरिया की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की दक्षिण कोरिया की यात्रा से ठीक पहले उत्तर कोरिया ने समुद्र से सतह पर मार करने वाली क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन द्वारा इन मिशाइलों का परीक्षण ऐसे समय में किया गया है, जब ट्रंप एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सम्मेलन में शामिल होने के लिए उत्तर कोरिया पहुंच रहे हैं।

दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 29-30 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया के दौरे पर रहेंगे। ट्रंप के दौरे से ठीक एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने समुद्र से सतह पर मार करने वाली क्रूज मिसाइलों का कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर परीक्षण किया।

दो घंटे तक उड़ती रहीं मिसाइलें

उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया ‘KCNA’ के अनुसार, बुधवार को बताया कि मिसाइलों को पीले सागर से लंबवत प्रक्षेपित किया गया और वे दो घंटे से अधिक समय तक उड़ती रहीं। इन मिसाइलों को समुद्र से वर्टिकल लॉन्च किया गया और वे लगभग 7,800 सेकंड तक एक तय मार्ग पर उड़ान भरने के बाद अपने लक्ष्य पर जाकर गिरीं।

उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया के अनुसार, शीर्ष सैन्य अधिकारी पाक जोंग चोन ने परीक्षण की निगरानी की और कहा कि उत्तर कोरिया की “परमाणु शक्तियों” को युद्ध निवारक के रूप में विकसित करने में “महत्वपूर्ण सफलताएं” प्राप्त की जा रही हैं।

अनुपस्थित रहें तानाशाह किम जोंग

बता दें कि इस परीक्षण में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अनुपस्थित थे, जो अक्सर महत्वपूर्ण मिसाइल प्रक्षेपणों की निगरानी करते हैं। इससे पहले भी पिछले सप्ताह कई हाइपरसोनिक मिसाइलों के परीक्षण प्रक्षेपण की रिपोर्टिंग में भी कोरियारई सरकारी मीडिया द्वारा कोई जिक्र नहीं किया गया।

ट्रंप कर सकते हैं मुलाकात

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप किम जोंग उन से मुलाकात कर सकते हैं। ट्रंप ने सोमवार को टोक्यो जाते समय एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा कि अगर नॉर्थ कोरियाई नेता सहमत होते हैं तो वह किम से ‘मिलना चाहेंगे’। उन्होंने प्योंगयांग पर लगाई पाबंदियों में छूट का भी संकेत दिया।

इससे पहले दोनों नेताओं की आखिरी मुलाकात 2019 में डिमिलिटराइज्ड जोन (डीएमजेड) में हुई थी।हालांकि, ट्रंप से मुलाकात को लेकर अभी तक उत्तर कोरिया की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

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