गंगा घाट पर दिखा 15 फुट लंबा जहरीला किंग कोबरा, नागराज को देख रोंगटे हुए खड़े

जैसे ही कोबरा नजर आया, घाट पर मौजूद भीड़ में अफरा-तफरी मच गई। कुछ श्रद्धालु डरकर गंगा से बाहर निकल आए तो कुछ दूर खड़े होकर मोबाइल से वीडियो बनाने लगे। कुछ लोगों ने तुरंत वन विभाग को फोन कर स्थिति की जानकारी दी।

रविवार की सुबह हरिद्वार के चंडी घाट इलाके में माहौल हमेशा की तरह शांत और धार्मिक था। बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमा रहे थे। लेकिन थोड़ी ही देर में वहां ऐसा नजारा देखने को मिला कि लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। वजह थी एक बड़ा सांप। करीब 13 से 15 फुट लंबा किंग कोबरा, जो अचानक गंगा किनारे दिखाई दे गया। इतनी लंबाई और रौबदार अंदाज देखकर लोगों की सांसें थम गईं। कई लोग हैरान रह गए क्योंकि इतना बड़ा सांप उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था। तो आज की इस खबर में हम आपको इसी वीडियो के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

जैसे ही कोबरा नजर आया, घाट पर मौजूद भीड़ में अफरा-तफरी मच गई। कुछ श्रद्धालु डरकर गंगा से बाहर निकल आए तो कुछ दूर खड़े होकर मोबाइल से वीडियो बनाने लगे। कुछ लोगों ने तुरंत वन विभाग को फोन कर स्थिति की जानकारी दी। धीरे-धीरे वहां भारी भीड़ जमा हो गई और हर कोई इसी चर्चा में लग गया कि “इतना बड़ा सांप तो हमने सिर्फ टीवी पर ही देखा है।”

गंगा घाट किनारे दिखा बड़ा किंग कोबरा

थोड़ी ही देर में वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने सबसे पहले वहां मौजूद लोगों को सुरक्षित दूरी पर रहने की सलाह दी ताकि किसी को नुकसान न पहुंचे। फिर उन्होंने बड़ी सावधानी के साथ ऑपरेशन शुरू किया। कोबरा के आकार और ताकत को देखते हुए यह रेस्क्यू आसान नहीं था। टीम के सदस्यों ने खास उपकरणों की मदद से धीरे-धीरे सांप को काबू में लिया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार इस विशालकाय नाग को सुरक्षित तरीके से पकड़ा गया।

रेस्क्यू टीम ने की मदद

रेस्क्यू टीम के एक सदस्य ने बताया कि यह किंग कोबरा प्रजाति का सांप है, जो दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में गिना जाता है। आमतौर पर यह जंगलों के गहरे हिस्सों में पाया जाता है, लेकिन नदी किनारे इसका पहुंच जाना काफी अलग है। संभव है कि बारिश या बाढ़ जैसी स्थिति में यह जंगल से भटककर घाट की तरफ आ गया हो। जब रेस्क्यू टीम ने कोबरा को सुरक्षित कपड़े के झोले में बंद किया, तब जाकर वहां मौजूद लोगों ने चैन की सांस ली। कई श्रद्धालुओं ने राहत महसूस करते हुए इसे शिवजी का प्रतीक नागराज बताया और कहा कि इसका दर्शन होना शुभ संकेत है।

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