वाराणसी में एक घंटे में 20 मिमी बारिश, गोदौलिया की सड़क पर चार फीट भरा पानी

आधे शहर में बारिश से शनिवार शाम सड़कों पर बहती हुई नदी जैसा नजारा दिखा। बारिश के छह घंटे बाद तक सड़कों से पानी का स्तर कम नहीं हुआ। शनिवार को एक घंटे में अचानक गोदौलिया के इलाकों में 20 मिलीमीटर बारिश तो, वहां से तीन किमी दूर के इलाकों में सूखे जैसी स्थिति रही।

गौदौलिया, दशाश्वमेध और ट्रॉमा सेंटर की सड़कों पर चार फीट तक पानी भर गया। व्हील चेयर, बाइक और स्कूटी आदि को लोग तैराकर ले जाते दिखे। वहीं मंडुआडीह, लहरतारा से लेकर बाबतपुर में बारिश न के बराकर रही।

बारिश के चलते कोतवाली स्थित राममंदिर इलाके में पुराने मकान का बाहरी हिस्सा गिर पड़ा। दुर्गाकुंड बनकटी मंदिर और वहां बना शिवलिंग डूब गया। यहां टूल्लू लगाकर पानी मंदिर से बाहर निकाला गया। गोदौलिया बाजार में पूरी तरह से पानी में डूबा रहा। बाजार करने और दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी दुश्वारियां झेलनी पड़ गईं।

दशाश्वमेध थाने के पास वाले तिराहे पर बड़ी संख्या में लोग कमर तक पानी में डूबकर चलते रहे। सर्राफा मार्केट और इलेक्ट्रिक मार्केट में भी जलभराव हो गया। दुकानों और यहां के मंदिरों में पानी घुस गया। लंका, सामनेघाट, अस्सी, नरिया, सुंदरपुर आदि इलाकों में भी जलभराव हो गया।

थोड़ी सी बारिश में ही सड़क बनी तालाब

आदमपुर के भदऊचुंगी, मच्छोदरी, मैदागिन, बुलानाला, पीलीकोठी, हरतीरथ, दारानगर, जैतपुरा, चौकाघाट और गोलगड्डा इलाके में शाम 4:45 बजे तक तेज बारिश होती रही थी। छित्तनपुरा, राजापुरा, दुल्लीगढ़ही, जैतपुरा छहमुहानी, छोहरा और कमलगढ़हा समेत आसपास के इलाकों में बारिश का पानी सड़कों और गलियों में भर गया।

जैतपुरा छहमुहानी निवासी राजेश गुप्ता ने बताया कि थोड़ी सी बारिश में ही सड़क तालाब बन जाती है, बच्चों और बुजुर्गों का निकलना मुश्किल हो जाता है। वहीं मोहम्मद सलमान (जैतपुरा) ने कहा कि हर साल बरसात में यही हाल होता है। नगर निगम सिर्फ सफाई अभियान की बातें करता है, लेकिन जल निकासी पर ध्यान नहीं दिया जाता है।

6 घंटे तक नहीं हटा बारिश में गिरा मलबा

कोतवाली थाना क्षेत्र के राजमंदिर इलाके में गिरे मकान का मलबा छह से ज्यादा घंटे तक हटा ही नहीं। शाम 4:30 बजे मकान गिरा, मगर रात 9:45 बजे तक नगर निगम की टीम मौके पर निरीक्षण करने और मलबा हटवाने के लिए नहीं पहुंची। इससे स्थानीय लोग नाराज हो गए। गनीमत रही कि मकान पहले से ही खाली था और हादसे के वक्त मलबे के नीचे कोई दबा नहीं। क्षेत्र में रहने वाले अजय चौरसिया का राजमंदिर तिराहे के पास वर्षों पुराना मकान है।

मकान के बगल में उनके भाई अरविंद चौरसिया भी रहते हैं। गली में मलबा फैलने से लोगों का आना-जाना बाधित हो गया। इंस्पेक्टर कोतवाली दया शंकर सिंह ने बताया कि फिलहाल गली को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और लोगों को वैकल्पिक मार्ग से जाने की सलाह दी गई है।

अधिकतम पारा 35.1 डिग्री

बारिश से पहले शहर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा रहा था, मगर 4 बजे की बारिश होते ही पारा गिरकर 30 डिग्री से नीचे आ गया। हालांकि शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से 1.9 डिग्री ज्यादा 35.1 डिग्री सेल्सियस तक चला गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री ऊपर 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

दूसरे जिले के बादल का कुछ टूकड़ा आया

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बनारस में 15 सितंबर को बारिश का यलो अलर्ट है। वहीं बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार मानसून में बादलों की आवाजाही में कई तरह के बदलाव देखे गए हैं। दूसरे जिलों में बारिश कराने वाले बादल का कुछ हिस्सा बनारस के कुछ इलाकों में आ गया था जिससे भारी बारिश हो गई। वहीं बादलों से नमी खत्म होने के बाद बारिश भी बंद हो गई।

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