‘फलस्तीन निर्माण’ को अमेरिका का समर्थन, UN की बैठक से पहले इस्राइल जाएंगे विदेश मंत्री रुबियो

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो अगले हफ्ते इस्राइल जाएंगे। यह दौरा संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीनी देश पर होने वाली बहस से पहले हो रहा है। रुबियो गाजा युद्ध, बंधक रिहाई और यूरोपीय देशों को फलस्तीन को मान्यता देने पर भी चर्चा करेंगे। वे पूर्वी यरुशलम के विवादित स्थल का भी दौरा करेंगे, जिसे फलस्तीनी अपनी राजधानी मानते हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो अगले हफ्ते इस्राइल का दौरा करेंगे। यह दौरा उस समय हो रहा है, जब संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीनी देश के गठन पर बहस होने वाली है, जिसे बेहद विवादास्पद माना जा रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग ने शुक्रवार (स्थानीय समयानुसार) को इस बारे में जानकारी दी।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच कतर में हमास नेताओं पर इस्राइल के हमले को लेकर तनाव के बावजूद, रुबियो रविवार (स्थानीय समयानुसार) से दो दिवसीय यात्रा पर इस्राइल पहुंचेंगे। दौरे के दौरान वह पूर्वी यरुशलम में एक विवादास्पद पुरातात्विक स्थल का दौरा कर सकते हैं, जिस पर फलस्तीनी भावी देश की राजधानी होने का दावा करते हैं।

कतर के प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे रुबियो
इससे पहले, रुबियो कतर के प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे। कतर समेत कई अरब देशों ने दोहा में हमास नेताओं पर हुए इस्राइली हमले की निंदा की थी। इस हमले ने मध्य पूर्व में व्यापक शांति समझौते की ट्रंप की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है, क्योंकि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और कतर के शासक इस्राइल के खिलाफ गुस्से में एकजुट हो गए हैं।

ट्रंप ने कतर से किया वादा- ऐसा दोबारा नहीं होगा
राष्ट्रपति ट्रंप ने भी इस हमले से दूरी बनाई है और कहा कि यह ‘न तो इस्राइल और न ही अमेरिका के हित में है।’ उन्होंने कतर से वादा किया है कि ऐसा दोबारा नहीं होगा। इसके बावजूद, हमास द्वारा सात अक्तूबर, 2023 को किए गए हमले से शुरू हुए युद्ध में अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का लगातार उल्लंघन करने वाली इस्राइली सरकार के प्रति उनका दृढ़ समर्थन खाड़ी क्षेत्र में चिता का विषय है और रुबियो को अपनी यात्रा के दौरान इस मुद्दे को उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

रुबियो इन मुद्दों पर अमेरिका की प्राथमिकताओं को करेंगे व्यक्त
विदेश विभाग ने कहा कि रुबियो इस्राइल-हमास संघर्ष और मध्य पूर्व सुरक्षा से जुड़े व्यापक मुद्दों में अमेरिका की प्राथमिकताओं को व्यक्त करेंगे। साथ ही इस्राइली सुरक्षा के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता की पुष्टि करेंगे। इसके अलावा, ट्रंप प्रशासन की फलस्तीनी देश को एकतरफा मान्यता देने समेत इस्राइल विरोधी कार्रवाइयों से लड़ने की प्रतिबद्धता पर जोर देंगे। उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब बंधकों की रिहाई और युद्धविराम समझौते के प्रयास ठप हो गए हैं और इस्राइल गाजा सिटी पर कब्जे की ओर बढ़ रहा है।

सिटी ऑफ डेविट स्थल का भी दौरा करेंगे रुबियो
इसके अलावा, रुबियो इस्राइली नेताओं से गाजा में सैन्य अभियान और यूरोपीय देशों को फलस्तीनी देश को मान्यता देने के लिए मनाने की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही, वे पूर्वी यरुशलम के सिलवान इलाके में बने ‘सिटी ऑफ डेविड’ नामक स्थल का भी दौरा करेंगे। यह जगह इस्राइल ने विकसित की है, लेकिन फलस्तीनी इसे अपने मोहल्ले पर कब्जा करने की साजिश बताते हैं।

वेंस ने कतर के प्रधानमंत्री के साथ की बैठक
जिस दिन रुबियो की इस्राइल यात्रा की घोषणा हुई, उसी दिन अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने व्हाइट हाउस में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ बैठक की। वार्ता पर अमेरिका की ओर से तत्काल कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई, लेकिन वाशिंगटन स्थित कतर दूतावास ने तीनों व्यक्तियों की एक तस्वीर पोस्ट की।

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