दिल्ली-मुंबई ही नहीं, अब छोटे शहरों में भी एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर कर रहे लोग

बीते कुछ दिनों से जैसा माहौल है, उसे देखकर यही लगता है कि अब धोखा और बेवफाई अपने चरम पर है, इसी बीच एक स्टडी में इसे लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। आइए जानते हैं इस सर्वे के बारे में विस्तार से-

क्या कहता है सर्वे?
पिछले कुछ समय से देशभर में बेवफाई के कई ऐसे मामले सामने आए, जिन्होंने लोगों को प्यार से भरोसा ही उठा दिया। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स बड़ी शहरों जैसे दिल्ली- मुंबई में आम हैं, लेकिन सर्वे में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़ों से यह पता चला कि अब छोटे शहरों में भी एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स का चलन बढ़ने लगा है।

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर वाले ग्लीडेन और एश्ले मैडिसन जैसे एप्स में अब इंडियन यूजर्स की संख्या बढ़ती जा रही है और हैरानी की बात यह है कि इन लोगों में सबसे ज्यादा यूजर्स तमिलनाडु के कांचीपुरम के थे। इन आंकड़ों ने यह साफ कर दिया कि अब एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर न ही टैबू रहे हैं और न ही अब ये सिर्फ बड़े शहरों में हो रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसी कौन-से फैक्टर हैं, जो बढ़ते एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की वजह बन रहा है। आइए सीनियर साइकोलॉजिस्ट मोनिका शर्मा से जानते हैं इस वजहों के बारे में-

जरूरतों का पूरा न होने
कई सारे एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर अक्सर जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू होते हैं। अपनी शादी के अलावा किसी और से संबंध बनाने का सबसे बड़ा कारण जरूरतों का पूरा न होना है। अपने रिश्ते में भावनात्मक, शारीरिक और यहां तक कि आध्यात्मिक जरूरतों के पूरा न होने से व्यक्ति अधूरापन महसूस करने लगता है, जो उसे एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की तरफ ले जाता है।

डिजिटल प्लेटफॉर्म का बढ़ता चलन
भारत में बढ़ते एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की सबसे बड़ी वजह डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जहां उन्हें इंटिमेसी और गोपनीयता दोनों मिलती है। यही वजह है कि पिछले कुछ समय से ग्लीडेन और एश्ले मैडिसन जैसे डेटिंग ऐप्स में इंडियन यूजर्स के संख्या इसलिए बढ़ी है, क्योंकि जो लोग शादी के बाहर इमोशनल या फिजिकल रिलेशन तलाश रहे हैं, ये एप्स उनके लिए बिल्कुल सही है। ये एप्स उन्हें एन्क्रिप्टेड चैट और प्राइवेसी जैसी सुविधा देते हैं।

होटलों की उपलब्धता
इन दिनों बदलती जरूरतों के मुताबिक अब सुविधाएं भी बदल रही है। आजकल होटल्स और होम स्टे आसानी से मिल जाते हैं, जो आपकी प्राइवेसी का ख्याल रखने के साथ-साथ आपको एक शांत माहौल भी देता है। इस तरह आपको अपने अफेयर पार्टनर के साथ बिना किसी डर या झिझक के समय बिताने का मौका मिलता है।

इमोनशल कनेक्शन की तलाश
ऐसे एप्स पर मौजूद ज्यादातर यूजर, खासकर महिलाएं इमोशनल रिलेशन की तलाश में रहती हैं। ऐसे में लोग इमोशनल कनेक्शन को ज्यादा महत्व देते हैं। इसके बाद शारीरिक संबंध भी बन सकते हैं, लेकिन शायद ही कभी यह शुरुआत में होता है।

अकेलापन भी है बड़ी वजह
अक्सर ऐसा माना जाता है कि ऐसे अफेयर बगावत या जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू होते हैं, लेकिन असल में ऐसे रिश्तों की शुरुआत अकेलेपन के कारण होती है। जब कोई व्यक्ति अकेलेपन से जूझ रहा होता है, तो वह अफेयर की तरफ बढ़ सकता है।

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