स्मार्टफोन में क्यों दिया जाता है डिजिटल वेलनेस सेटिंग, किस काम आता है ये फीचर?

आजकल लोग स्मार्टफोन और लैपटॉप पर बहुत समय बिताते हैं जिससे डूमस्क्रॉलिंग की आदत हो जाती है। इससे आंखों में दर्द और मानसिक तनाव होता है। डिजिटल वेलनेस सेटिंग्स का उपयोग करके इस आदत से बचा जा सकता है। एंड्रायड फोन पर ऐप टाइमर और बेडटाइम मोड सेट कर सकते हैं। आइफोन और मैक पर भी टाइमर सेट करने की सुविधा है।
आजकल लोगों का ज्यादातर समय स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटाप की स्क्रीन पर बीतता है। चाहे वह इंटरनेट मीडिया पर स्क्रॉल करना हो, ईमेल चेक करना हो या ऑनलाइन समाचार पढ़ना हो, लोग दिनभर डिजिटल दुनिया में डूबे रहते हैं। इस आदत को डूमस्क्रालिंग कहते हैं। यह आंखों में दर्द, गर्दन में अकड़न और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकता है। हालांकि फोन में ही डिजिटल वेलनेस सेटिंग्स हैं, जिसका उपयोग कर आप अनावश्यक प्रयोग से बच सकते हैं।
एंड्रायड फोन और कंप्यूटर पर ऐप टाइमर सेट करें आप डिजिटल वेलबीइंग और पैरेंटल कंट्रोल्स सुविधा के जरिए ऐप टाइमर सेट कर सकते हैं। यह आपको तय करने में मदद करता है कि
आप किसी ऐप पर कितना समय बिताना चाहते हैं।
इसके लिए सेटिंग्स में जाएं और डिजिटल वेलबीइंग और पैरेंटल कंट्रोल्स पर टैप करें। स्क्रीन टाइम ग्राफ पर टैप करें, जो ऐप्स के उपयोग का डिटेल दिखाएगा। उस ऐप को ढूंढ़े जिसके लिए टाइम लिमिट सेट करना चाहते हैं। ऐप के बगल में हॉवरग्लास आइकन पर टैप करें, समय सीमा सेट करें।
एंड्रायड पर बेडटाइम मोड सेट करें
एंड्रायड का बेडटाइम मोड रात के समय फोन से दूरी बनाने में मदद करता है। इसके लिए सेटिंग्स में जाएं और डिजिटल वेलबीइंग और पैरेंटल कंट्रोल्स पर टैप करें। फिर बेडटाइम मोड चुनें और बेडटाइम रूटीन पर टैप करें। शेड्यूल सेट करें, जैसे- रात 11 बजे से सुबह 6 बजे जैसे विकल्प चुनें। इससे फोन ग्रेस्केल हो सकता है या नोटिफिकेशन बंद हो सकते हैं।
आइफोन, आइपैड और मैक पर टाइमर सेट करें
पसंदीदा ऐप्स के लिए समय सीमा तय कर सकते हैं। यह सुविधा आपको यह नियंत्रित करने में मदद करती है कि आप किसी खास ऐप पर कितना समय बिताते हैं। समय सीमा खत्म होने पर आपका डिवाइस आपको अलर्ट करता है और ऐप को अस्थायी रूप से ब्लॉक कर देता है। अगर आप अलग-अलग दिनों के लिए अलग समय सीमा चाहते हैं, जैसे-वीकेंड पर ज्यादा समय, तो फिर कस्टमाइज डेज पर टैप करें। अंत में ऐड पर टैप करके सेटिंग्स सेव कर दें।
स्मार्टफोन पर स्क्रीन टाइम कम करने के टिप्स
स्क्रीन टाइम रिमाइंडर्स : पिक्सल डिवाइस में स्क्रीन टाइम रिमाइंडर्स डिजिटल वेलबीइंग का हिस्सा है। यह लगातार 15 से 30 मिनट तक ऐप उपयोग करने पर नोटिफिकेशन भेजता है। यह डूमस्क्रालिंग की आदत को कम करने में मदद करता है।
बेडटाइम मोड : बेडटाइम मोड एक बार सेट करने पर हर रात अपने आप एक्टिव हो जाता है। जैसे ही तय समय आता है, स्क्रीन डिम हो जाती है और ग्रेस्केल मोड आन हो जाता है।
स्क्रीन टाइम मानिटरिंग ऐप्स : कुछ ऐप्स आपके फोन उपयोग को कैटेगरी और समय के हिसाब से ट्रैक करते हैं। हल्के ऐप्स केवल आंकड़े बताते हैं, जबकि कुछ ऐप्स जरूरत पड़ने
पर ऐप्स को ब्लाक कर देते हैं। शुरुआत में उन ऐप्स को पहचानें जो आपका ज्यादा समय लेते हैं और उनके लिए एक सीमा तय करें।
छोटे बदलावों से शुरुआत करें : एक साथ सब कुछ बदलने के बजाय छोटे कदम उठाएं। अगर सोने में दिक्कत है, तो बेडटाइम मोड इस्तेमाल शुरू करें। धीरे-धीरे आदतें जोड़ें।