बाढ़ के पानी में समा गई 3 जिंदगियां, फगवाड़ा में भाई-बहन की मौत, फिरोजपुर में पानी में डूबा सख्श

पंजाब के फगवाड़ा में बाढ़ के पानी में डूबने से भाई-बहन की मौत हो गई। फिरोजपुर में पत्नी के लिए दवाई लेकर लौट रहा व्यक्ति भी पानी में डूब गया और उसकी भी मौत हो गई।

पंजाब में बाढ़ विनाशकारी बाढ़ लोगों की जिंदगियां लील रही है। महा जलप्रलय के बीच तीन लोगों की मौत हो गई। फगवाड़ा में भाई-बहन की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। वहीं फिरोजपुर में पत्नी को दवा लेकर लौट रहे व्यक्ति की गहरे गड्ढे में गिर कर डूबने से मौत हो गई। इस तरह अभी तक पंजाब में बाढ़ से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर अब 50 हो गया है।

फगवाड़ा के गांव दुगां में बाढ़ के पानी में डूबने से बहन-भाई की मौत से पूरे गांव में मामत पसर गया है। मृतकों की पहचान संदीप कुमार उर्फ दीपा (36) और प्रीति (27) पुत्री बलराम कुमार निवासी गांव ऊंचा जिला जालंधर के रूप में हुई है। दोनों बहन भाई साइकिल पर सवार होकर फगवाड़ा के गांव रानीपुर में दवाई लेने जा रहे थे। चिटी बेंई पार करते समय साइकिल स्लिप हो जाने पर वह दोनों बाढ़ के पानी से भरी बेंई में गिर गए। लोगों ने दोनों को पानी से निकालने का प्रयास किया, लेकिन जब तक उन्हें पानी से बाहर निकाला गया उनकी मौत हो चुकी थी।

लोगों का कहना है कि अगर बेंई पुल पर रेलिंग लगी होती तो ऐसी दुर्घटना ना घटती। दोनों के शव पोस्टमार्टम हेतु सिविल अस्पताल फगवाड़ा भेज दिए हैं। सिविल अस्पताल में पहुंचे हलका विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल ने इस घटना को निंदनीय करार देते हुए पंजाब सरकार से मांग की है कि इस गरीब परिवार की सहायता की जाए। वहीं स्थानीय डीएसपी भारत भूषण ने कहा कि दोनों भाई-बहन की मौत बेंई के पानी में डूबने से जरूर हुई है लेकिन वे बाढ़ के कारण नहीं डूबे बल्कि आम दिनों में भी इस बेंई में बहुत पानी होता है। पुलिस ने धारा 174 की कार्रवाई कर शव परिजनों के हवाले कर दिए हैं।

फिरोजपुर में पानी में डूबने से व्यक्ति की मौत
फिरोजपुर के गांव टली गुलाम के पास गहरे पानी में डूबने से व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान गुरमीत सिंह (45) पुत्र महल सिंह के तौर पर हुई है। वह पत्नी को दवाई लेकर लौट रहा था। गुरमीत सिंह पानी से भरी सड़क से गुजर रहा था और उसका पांव फिसलने से वह गहरे पानी में डूब गया।

गुरमीत सिंह पत्नी के लिए दवाई लेकर घर लौट रहा था कि उसका पांव अचानक फिसल गया और वह गहरे पानी में गिर गया। जैसे ही लोगों ने उसे डूबता हुआ देखा तो थोड़ी दूर पर गांव हामद चक में मौजूद खालसा ऐड व इंद्रजीत निक्कू की टीम तुरंत वहां पहुंची। गुरमीत को गहरे पानी के बीच में से निकालकर नाव के जरिए सुरक्षित जगह पर लेकर आए। वहां से ट्रैक्टर ट्राली पर उसे अस्पताल तक पहुंचाया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

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