ब्रिटेन में बड़ा राजनीतिक फेरबदल; डेविड लैमी नए डिप्टी पीएम नियुक्त

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर ने डिप्टी पीएम एंजेला रेनर के इस्तीफे के बाद कैबिनेट का विस्तार किया है। जिसमें डेविड लैमी को नया डिप्टी पीएम बनाया गया है। इस बदलाव के बाद अब सबकी नजर डेविड लैमी और नई कैबिनेट टीम पर होगी कि वे सरकार के कामकाज और जनता के विश्वास को किस तरह मजबूत करते हैं।
ब्रिटेन में शुक्रवार को बड़ा राजनीतिक फेरबदल हुआ। प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने अपनी कैबिनेट में बदलाव करते हुए विदेश मंत्री डेविड लैमी को उप प्रधानमंत्री (डिप्टी पीएम) नियुक्त किया है। यह कदम उस समय उठाया गया जब मौजूदा डिप्टी पीएम एंजेला रेनर ने टैक्स (कर) कम चुकाने के मामले में अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफा दे दिया। एंजेला रेनर, जो हाउसिंग सेक्रेटरी (आवास मंत्री) का पद भी संभाल रही थीं, ने हाल ही में इंग्लैंड के दक्षिणी तट पर नया घर खरीदा था। जांच में यह सामने आया कि उन्होंने इस खरीद पर पूरा टैक्स नहीं चुकाया। इसके बाद विपक्ष और मीडिया के दबाव में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया।
डेविड लैमी को बड़ी जिम्मेदारी
53 वर्षीय डेविड लैमी अब डिप्टी पीएम के साथ-साथ जस्टिस सेक्रेटरी (न्याय मंत्री) की जिम्मेदारी भी संभालेंगे। लैमी ब्रिटिश राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं और लेबर पार्टी में उनका कद काफी ऊँचा माना जाता है।
कैबिनेट में अन्य अहम बदलाव
इस बड़े कैबिनेट विस्तार में अन्य अहम मंत्रालयों में भी बदलाव किए गए हैं। यवेट कूपर, जो पहले गृह मंत्री (होम सेक्रेटरी) थीं, अब विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगी। यानी वह डेविड लैमी की जगह लेंगी औरविदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) की नई प्रमुख होंगी। वहीं ब्रिटिश पाकिस्तानी मूल की शबाना महमूद को पदोन्नत कर गृह मंत्री बनाया गया है। वह पहले न्याय मंत्रालय में काम कर रही थीं।
सरकार को ‘रीसेट’ करने की कोशिश में PM स्टार्मर
एंजेला रेनर के इस्तीफे से सरकार की साख पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही थी। ऐसे में प्रधानमंत्री स्टार्मर ने तेजी से कदम उठाते हुए टीम में बदलाव किया, ताकि सरकार की छवि और कामकाज पर नकारात्मक असर न पड़े। विश्लेषकों का मानना है कि यह फेरबदल सरकार की प्राथमिकताओं और नीति दिशा में भी बदलाव का संकेत है।
एंजेला रेनर का सफर और विवाद
एंजेला रेनर लेबर पार्टी की एक लोकप्रिय नेता रही हैं। उन्होंने गरीब तबके से उठकर राजनीति में ऊंचा मुकाम हासिल किया। हालांकि, हाल ही में नए घर की खरीद पर टैक्स विवाद उनके करियर के लिए चुनौती बन गया। रेनर ने कहा कि यह गलती जानबूझकर नहीं हुई और वह हमेशा जनता के प्रति जवाबदेह रहेंगी।