सिरोही: सीएमएचओ ने स्वास्थ्य योजनाओं और गतिविधियों की जानी प्रगति

सिरोही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी की अध्यक्षता में ब्लॉक आबूरोड एवं रेवदर की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। इसमें विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं एवं गतिविधियों की समीक्षा की गई।

राजस्थान के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई है। इस बीच डॉ. खराड़ी ने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए आशा एवं एएनएम कार्यकर्ता नियमित रूप से एंटी-लार्वा एक्टिविटी को संचालित करे। पानी में एमएलओ, टेंफोस दवा डालने, एंटी-एडल्ट एक्टिविटी के तहत घरों में रखे कंटेनर, टंकियां एवं कूलर समय-समय पर खाली करने, किसी भी स्थान पर 7 दिन से ज्यादा पानी जमा न होवे, ताकि मच्छरों के अंडे एवं लार्वा पनप न सकें। इसको लेकर कार्य करने के आदेश दिए गए। मलेरिया पर नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।

क्रियान्वयन गंभीरता और जिम्मेदारी से किया जाए- डॉ. खराड़ी
खराड़ी ने नसबंदी लाभार्थियों को मिलने वाला वित्तीय लाभ समय पर उनके खातों में पहुंचे, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश दिए। उनका कहना था कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक के अंत में सीएमएचओ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता आमजन को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।

उन्होंने अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों से अपील की कि सभी योजनाओं और अभियानों का क्रियान्वयन गंभीरता और जिम्मेदारी से किया जाए। इस अवसर पर आरसीएचओ डॉ. रितेश सांखला ने मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा की। वहीं जिला क्षय अधिकारी डॉ. विवेक जोशी ने टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक नरेश टेलर भी उपस्थित रहे।

जिले में 1.04 लाख घरों में हुआ सर्वे
डॉ. खराड़ी के अनुसार जिले में अप्रैल 2025 से अब तक 18 हजार 835 मेडिकल टीमों का गठन किया गया है उनके द्वारा 1 लाख 4 हजार 954 घरों का सर्वे किया गया है। सर्वे के दौरान 318 घरों में लार्वा पाए गए। इसी प्रकार 1 लाख 77 हजार 780 कंटेनरों की जांच की गई। इनमें से 963 कंटेनरों में लार्वा पाए गए। विभाग द्वारा अब तक 87 हजार 872 कंटेनरों को उपचारित किया गया है। लार्वा नियंत्रण की कारवाई के तहत 11 हजार 467 पात्रों में टेमिफॉस डाला गया। वहीं, 1758 स्थानों पर एमएलओ का छिड़काव किया गया है। इसके अतिरिक्त, कई दिनों से एक ही जगह जमा पानी वाले कुल 80 हजार 291 पात्र खाली करवाए गए, ताकि मच्छरों की उत्पत्ति को रोका जा सके।

लाडो योजना से लाभान्वित करने के आदेश
सीएमएचओ ने लाडो योजना के संबंध में निर्देश दिए कि जैसे ही किसी गर्भवती महिला का पंजीकरण होता है, तत्काल प्रभाव से उसके दस्तावेज लेकर बैंक खाता खुलवाना सुनिश्चित किया जाए, ताकि प्रसव के समय योजना का लाभ समय पर मिल सके। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं की शिक्षा एवं अन्य सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा 1.50 लाख रुपए की राशि 7 किस्तों में प्रदान की जाती है, जिससे बालिका पर होने वाले खर्च का बोझ परिवार पर न पड़े।

टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा
बैठक में टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रगति पर भी चर्चा की गई। डॉ. खराड़ी ने निर्देश दिए कि लक्षित जनसंख्या में लक्षणयुक्त मरीजों के बलगम की जांच CB-Naat / True-Naat मशीन से की जाए। वहीं लक्षण रहित लक्षित जनसंख्या की शत-प्रतिशत एक्स-रे जांच सुनिश्चित की जाए।

चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई और सुधार पर बल
सीएमएचओ ने निर्देश दिए कि सभी चिकित्सा संस्थानों में नियमित साफ-सफाई रखी जाए। विशेष रूप से प्रसव (डिलीवरी) वाले चिकित्सा संस्थानों में अतिरिक्त स्वच्छता सुनिश्चित की जाए, ताकि गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को संक्रमण से बचाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जर्जर चिकित्सा संस्थानों पर ताला लगाकर उनकी सेवाएं निकटवर्ती उपयुक्त स्थानों से संचालित की जाएं, जिससे मरीजों को सुरक्षित एवं बेहतर वातावरण में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें।

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