सिरोही: अपहरण, मोबाइल और नकदी लूट का वांछित आरोपी गिरफ्तार

सिरोही में युवक के अपहरण, उससे मोबाइल और नकदी लूट के वांछित आरोपी को पुलिस ने साढ़ें तीन महीने बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी के लिए 50 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर सुराग जुटाए थे।
सिरोही की पिंडवाड़ा पुलिस ने साढ़े तीन माह पुराने मोबाइल और नकदी लूट के मामले में वांछित आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। थानाधिकारी भवानीसिंह चंपावत ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डॉ. प्यारे लाल शिवरान के निर्देश और मालायती अपराधों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई।
अपहरण, लूट और फिरौती की वारदात
जानकारी के मुताबिक, 21 अप्रैल 2025 को पिंडवाड़ा निवासी कैलाश कुमार पुत्र दिवंगत भगवानलाल कुम्हार का अपहरण कर मारपीट की गई थी। वारदात में 10,600 रुपये की लूट और 2.50 लाख रुपये की फिरौती मांगने का मामला दर्ज हुआ था। कैलाश कुमार की मैसर्स चेतन बालाजी मोबाइल नाम से दुकान है, जहां घटना के वक्त 6-8 लोग तीन मोटरसाइकिलों पर आए थे। इनमें पिंटिया उर्फ पिंटाराम गरासिया को पीड़ित पहचानता था।
पीड़ित के विरोध करने पर पिंटिया ने चाकू निकालकर धमकाया और साथियों के साथ शराब की बोतल से सिर पर वार किया। आरोपी उसे जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर उदयपुर हाईवे पार जंगल में छोटा तालाब के पास ले गए, जहां मारपीट कर जेब से 2600 रुपये नकदी और मोबाइल से 8000 रुपये फोनपे के जरिए एक खाते में ट्रांसफर कराए गए। इसके अलावा 2.50 लाख रुपये की फिरौती की मांग भी की गई।
सीसीटीवी और तकनीकी जांच से मिला सुराग
मामले की जांच में पुलिस ने करीब 50 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी टीम की मदद से आरोपी की लोकेशन और पहचान पुख्ता की। इसके बाद भोगीयाफली, मोरस (हाल छापीफली, वरली) निवासी पिण्डु कुमार पुत्र मकनाराम गरासिया को गिरफ्तार किया गया।
कार्रवाई में सहायक उपनिरीक्षक ओमप्रकाश, कांस्टेबल लोकश कुमार, जितेंद्र सिंह, अभय सिंह, अरविंद कुमार, अरजी, शांताराम और ईश्वर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।