जवैनिया गांव पहुंचे मंत्री केदार प्रसाद सड़क पर पानी को देख लौटे, लोगों ने जताई नारजागी

भोजपुर जिले में गंगा नदी के कटाव और बाढ़ से प्रभावित जवैनिया गांव का सोमवार को निरीक्षण करने पहुंचे बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता गांव तक नहीं पहुंच सके। बाढ़ के पानी से घिरी सड़कों को देखकर वे करीब पांच किलोमीटर पहले ही गौरा पुल से लौट गए। मंत्री के साथ प्रशासनिक पदाधिकारी, पुलिस बल और मीडिया की टीम भी थी। हालांकि कटाव प्रभावित ग्रामीणों से सीधी मुलाकात नहीं हो पाई, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी गई।
ग्रामीणों का कहना है कि जब वे जान जोखिम में डालकर गंगा नदी की जलधारा पार कर रहे हैं, ऐसे में मंत्री जी का सड़क पर पानी देखकर लौट जाना निराशाजनक है। पीड़ितों का आरोप है कि मंत्री केवल औपचारिकता निभाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन बाढ़ का दृश्य देख वह गांव तक जाने का साहस नहीं जुटा सके। देरी और गांव न जाने के संबंध में सवाल पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि हम लगातार क्षेत्र की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और सभी जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।
हालांकि कटाव और बाढ़ की स्थिति को लेकर प्रशासन सतर्क है, लेकिन प्रभारी मंत्री का गांव न पहुंच पाना सवाल खड़े कर रहा है। पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि जब उनकी परेशानियों को सामने से कोई देखने वाला नहीं, तो आश्वासन भी अधूरा लगता है। गौरतलब है कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से शाहपुर प्रखंड का जवैनिया गांव कटाव की चपेट में है और कई घरों का अस्तित्व खतरे में है। ग्रामीणों ने प्रशासन से शीघ्र ठोस राहत और पुनर्वास कार्य की मांग की है।