रिलेशनशिप या सिचुएशनशिप? 5 संकेतों से पहचानें कहां खड़े हैं आप

आजकल के जमाने में रिश्तों की पहेली सुलझाना किसी चुनौती से कम नहीं है। पहले सब सीधा-साधा होता था- या तो आप सिंगल हैं या रिलेशनशिप में! लेकिन अब एक नया शब्द खूब चलन में है जिसने सबको उलझा रखा है। जी हां Situationship जहां सब कुछ है सिवाय क्लैरिटी के। आइए आपको बताते हैं इसे पहचानने के 5 संकेत।
आजकल रिश्तों को समझना और उन्हें एक नाम देना मुश्किल होता जा रहा है। “हम Relationship में हैं” कहने से पहले कई लोग हिचकिचाते हैं। इसकी जगह एक नया शब्द खूब चलन में है: Situationship।
आसान भाषा में कहें तो यह एक ऐसा रिश्ता है जिसमें सब कुछ होता है, लेकिन कोई नाम नहीं होता, कोई कमिटमेंट नहीं होता। न आप सिंगल हैं, न आप रिलेशनशिप में हैं- आप बस एक “सिचुएशन” में फंसे हैं।
लेकिन आप कैसे पहचानेंगे कि आप रिलेशनशिप में हैं या सिचुएशनशिप में? आइए जानते हैं 5 बड़े संकेत (Situationship signs)।
पहला संकेत
रिलेशनशिप: आप दोनों फ्यूचर के बारे में खुलकर बात करते हैं। चाहे वह अगले महीने की छुट्टी हो, अगले साल की कोई योजना हो, या फिर लंबी अवधि के लक्ष्य। आप एक-दूसरे को अपने भविष्य का हिस्सा मानते हैं।
सिचुएशनशिप: भविष्य की बातें हमेशा हवा में रहती हैं या टाल दी जाती हैं। कोई भी ठोस योजना नहीं बनती। बातें “देखते हैं”, “शायद”, “आगे बात करेंगे” जैसे जवाबों पर खत्म हो जाती हैं। आप अक्सर सोचते हैं कि ‘कल क्या होगा?’
दूसरा संकेत
रिलेशनशिप: आप दोनों एक-दूसरे को ‘बॉयफ्रेंड’, ‘गर्लफ्रेंड’, ‘पार्टनर’ जैसे नाम देने में सहज महसूस करते हैं। आप दुनिया को यह बताने में हिचकिचाते नहीं कि आप एक-दूसरे के साथ हैं।
सिचुएशनशिप: ‘हम क्या हैं?’ यह सवाल अक्सर आपके मन में आता है लेकिन इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिलता। दूसरा व्यक्ति लेबल देने से बचता है। आप सोशल मीडिया पर या दोस्तों के सामने अपने रिश्ते को स्पष्ट नहीं कर पाते।
तीसरा संकेत
रिलेशनशिप: बातचीत खुली और ईमानदार होती है। आप अपनी भावनाओं, अपेक्षाओं और जरूरतों को स्पष्ट रूप से साझा कर सकते हैं। कोई बात छिपी नहीं रहती।
सिचुएशनशिप: बातें हमेशा अस्पष्ट रहती हैं। आप अक्सर ‘क्या कहना चाहिए’ या ‘क्या नहीं कहना चाहिए’ इसको लेकर दुविधा में रहते हैं। आप महसूस करते हैं कि कुछ जरूरी बातें आपसे छिपाई जा रही हैं या फिर दूसरा व्यक्ति अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं करता।
चौथा संकेत
रिलेशनशिप: आप दोनों एक-दूसरे को प्राथमिकता देते हैं। बिजी होने पर भी एक-दूसरे के लिए समय निकालते हैं, प्रयास करते हैं। दूसरा व्यक्ति आपके लिए अपनी योजनाओं में बदलाव करने को तैयार रहता है।
सिचुएशनशिप: आप हमेशा दूसरे व्यक्ति के शेड्यूल के हिसाब से एडजस्ट करते हैं। आपको लगता है कि आप केवल तभी बुलाए जाते हैं जब उनके पास और कुछ नहीं होता। आपकी जरूरतों या समय को अक्सर अनदेखा किया जाता है।
पांचवां संकेत
रिलेशनशिप: आपको इस रिश्ते में सुरक्षित और आश्वस्त महसूस होता है। आपको पता होता है कि आप कहां खड़े हैं और दूसरा व्यक्ति आपके लिए उपलब्ध है।
सिचुएशनशिप: आप लगातार इनसिक्योर महसूस करते हैं। आपके मन में डर रहता है कि कहीं यह रिश्ता खत्म न हो जाए या दूसरा व्यक्ति किसी और में रुचि न ले ले। आपको अक्सर बेचैनी और चिंता होती है।