जयपुर: IIHMR के दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल हरिभाऊ बागडे

आईआईएचएमआर के दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल ने युवाओं से राष्ट्र निर्माण में भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कॉपी करके परीक्षा पास करने की प्रवृत्ति छोड़ें।
राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागडे ने कहा है कि स्वास्थ्य प्रबंधन शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि समाज से जुड़ी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और मानवीय संवेदनाओं को समझना भी होना चाहिए। वे शनिवार को जयपुर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैनेजमेंट रिसर्च के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान के विद्यार्थी ही भविष्य में राष्ट्र की दिशा और दशा तय करते हैं, इसलिए उनकी शिक्षा में गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों और संस्थानों से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों को केवल पाठ्य पुस्तकों के दायरे तक सीमित न रखें, बल्कि उन्हें जीवन व्यवहार और सामाजिक उत्तरदायित्व की भी शिक्षा दें।
राज्यपाल बागडे ने कॉपी करके परीक्षा पास करने की प्रवृत्ति पर चिंता जताई और विद्यार्थियों से अपनी समझ और मौलिक सोच के आधार पर परीक्षा देने की आदत विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा- इससे विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता का वास्तविक आकलन संभव होगा।
इस अवसर पर उन्होंने विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका की बात करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए आगे आना चाहिए। समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों को पदक और डिग्रियां प्रदान कीं। आईआईएचएमआर के दीक्षांत समारोह में कुल 423 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, शिक्षाविद, अभिभावक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।