यहां लगता है ‘अंगों’ का बुफे! किडनी-दिल-गुर्दा जो मन वो खाओ, ताजा-ताजा पका कर करते हैं सर्व

ताइवान की सड़कों पर खानपान का नजारा देखने को मिलता है, जो दुनिया के लिए अनोखा और हैरान करने वाला है. यहां वैसे तो कई तरह के डिशेज मिलते हैं लेकिन मशहूर नाइट मार्केट्स में ‘अंगों का बुफे’ बेहद लोकप्रिय है. आप सोच रहे होंगे कि अंगों का बुफे कैसा होता है? इससे पहले की आप कंफ्यूज हो, आपको बता दें कि यहां पशुओं के अंग जैसे किडनी, दिल, लिवर, आंत और यहां तक कि जीभ और फेफड़े तक को ताजा पकाकर परोसा जाता है.
ये स्ट्रीट फूड स्टॉल्स ताइवान की खानपान संस्कृति का अहम हिस्सा हैं. अब इस मार्केट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होकर दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है. ताइवान के नाइट मार्केट्स, जैसे ताइपे का रावहे और शिलिन नाइट मार्केट, खाने-पीने के शौकीनों के लिए स्वर्ग माने जाते हैं. यहां आपको पारंपरिक ताइवानी व्यंजनों के साथ-साथ पशुओं के अंगों से बने व्यंजन भी मिलते हैं. इन स्टॉल्स पर ग्राहकों के सामने ही किडनी, दिल, लिवर और आंत जैसे अंगों को ग्रिल, उबालकर या तलकर तैयार किया जाता है. ताइवान में सुअर (पोर्क) और मुर्गी (पोल्ट्री) के अंग सबसे आम हैं, जबकि गोमांस (बीफ) और बकरी (गोट) के अंग विशेष बाजारों में मिलते हैं. इन व्यंजनों को सस्ता, स्वादिष्ट और पौष्टिक माना जाता है, जिसके कारण ये स्थानीय लोगों और पर्यटकों में खासे लोकप्रिय हैं.
करें हर अंग का स्वाद
इस ‘अंगों के बुफे’ की खासियत यह है कि यहां हर तरह का स्वाद उपलब्ध है. उदाहरण के लिए, सुअर की आंत को तलकर मसालों के साथ परोसा जाता है, जबकि लिवर को अदरक और तिल के तेल में हल्का भूनकर खाया जाता है. एक प्रसिद्ध व्यंजन है ‘पिग्स ऑर्गन सूप’, जिसमें लिवर, किडनी, आंत और कभी-कभी खून के टुकड़े डाले जाते हैं. इसे नमकीन सब्जियों और चावल के साथ परोसा जाता है. ताइवान के कुछ स्टॉल्स पर आप ग्राहक की पसंद के अनुसार अंगों को चुन सकते हैं और उन्हें तुरंत ग्रिल या उबालकर तैयार किया जाता है. यह ताजगी और स्वाद इस बुफे को और आकर्षक बनाती है.