युवाओं में तेजी से बढ़ रहे हैं कोलन कैंसर के मामले, इन शुरुआती लक्षणों से वक्त रहते कर लें पहचान

कोलन कैंसर बड़ी आंत में होने वाला कैंसर है, जिसका पता अगर समय पर लग जाए, तो इलाज में सफलता मिलने की संभावन बढ़ जाती है। हालांकि, कई लोग इसके शुरुआती लक्षणों को सामान्य पेट की समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे बीमारी बढ़ जाती है।
आमतौर पर माना जाता है कि कोलन कैंसर बुजुर्गों में होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना सकता है। गलत खान-पान की आदतों की वजह से अब युवाओं में भी इसके मामले बढ़ने लगे हैं। आइए जानें कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षण कैसे होते हैं, जिन्हें कभी भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।
अक्सर डायरिया या कब्ज की शिकायत
आमतौर पर डायरिया या कब्ज का कारण खानपान या इन्फेक्शन हो सकता है, लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। आंत में ट्यूमर के कारण मल त्यागने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे कभी दस्त तो कभी कब्ज की समस्या हो सकती है।
मल में खून या रेक्टल ब्लीडिंग
मल के साथ खून आना कोलन कैंसर का एक अहम लक्षण है। कई लोग इसे बवासीर समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन अगर यह लक्षण बार-बार दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। कैंसर के कारण आंत की दीवारों में जख्म या ट्यूमर बन सकता है, जिससे ब्लीडिंग होता है।
पेट में दर्द या गैस की समस्या
अगर बिना किसी साफ कारण के पेट में लगातार दर्द, ऐंठन या गैस बन रही है, तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। ट्यूमर के कारण आंत में ब्लॉकेज हो सकती है, जिससे पेट फूलना और दर्द की शिकायत होती है।
थकान या कमजोरी महसूस होना
कोलन कैंसर में शरीर में खून की कमी हो सकती है, क्योंकि ट्यूमर से धीरे-धीरे खून बहता रहता है। इससे व्यक्ति को लगातार थकान, चक्कर आना या कमजोरी महसूस हो सकती है। अगर आराम करने के बाद भी थकान दूर नहीं होती, तो यह चिंता का विषय है।
अकारण वजन कम होना
बिना डाइट या एक्सरसाइज में बदलाव किए अगर आपका वजन तेजी से कम हो रहा है, तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। कैंसर सेल्स शरीर की एनर्जी का इस्तेमाल करती हैं, जिससे वजन घटने लगता है।
पेट भरा-भरा महसूस होना
कुछ लोगों को बार-बार ऐसा लगता है कि उनका पेट पूरी तरह से खाली नहीं हुआ है, भले ही वे मल त्याग चुके हों। यह कोलन कैंसर का एक लक्षण हो सकता है, क्योंकि ट्यूमर के कारण आंतों में रुकावट हो सकती है।