सावन के दिनों में क्यों लगाई जाती है मेहंदी?

सावन का महीना कई मायनों में खास है खासकर महिलाओं के लिए। इस महीने में हरे रंग का महत्व है और मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि माता पार्वती को खुश करने और उनकी कृपा पाने के लिए मेहंदी लगाई जाती है जिससे उनका आशीर्वाद मिलता है। आइए जानते हैं सवान में क्यों लगाई जाती है मेहंदी।
सावन का महीना कई मायनों में खास होता है। इस दौरान चारों तरफ हरियाली होती है। यह महीना भगवान शिव का प्रिय महीना होता है और इस दौरान उनकी कृपा पाने के लिए लोग भोलेबाबा की आराधना करते हैं। इस महीने में कई सारी चीजें की जाती हैं।
सावन में कई महिलाएं कपड़े और हरी चूड़िया पहनती हैं। सावन में हरे रंग का काफी महत्व होता है। इसी तरह इन दिनों मेहंदी लगाने की भी परंपरा है। सावन महीने में मेहंदी जरूर लगाई जाती है और इसे शुभ भी माना जाता है। हालांकि, कम लोगों को भी इसकी वजह पता होगा। इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे सावन में क्यों लगाई जाती है मेहंदी और क्या है इसका महत्व-
सावन में क्यों लगाते हैं मेहंदी?
सावन में मेहंदी लगाने के पीछे धार्मिक मान्यता जुड़ी हुई है। दरअसल, माता पार्वती ने इसी महीने में भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या की थी और इसलिए इस महीने में लोग मनचाहा वर पाने के लिए व्रत रखते हैं। इस दौरान मेहंदी लगाने में मां पार्वती खुश होती है और उनका आशीर्वाद भी मिलता है।
मेहंदी का महत्व
इसके अलावा सावन में मेहंदी लगाने और भी काफी महत्व भी होता है। मेहंदी को सुहाग का प्रतीक माना जाता है और इसलिए इसे महिलाओं के सोलह शृंगार में शामिल किया गया है। ऐसा माना जाता है कि सावन के दिनों में मेहंदी लगाने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है और सुख-समध्दि में बढ़ोतरी होती है।
प्रकृति से भी जुड़ा है कनेक्शन
इसके अलावा सावन में मेहंदी को प्रकृति से भी जोड़ा जाता है। दरअसल, इस दौरान चारों तरफ हरियाली होती है। ऐसे में मेहंदी का हरा रंग हरियाली और प्राकृति को दर्शाता है। साथ ही हरे रंग को भगवान शिव का प्रिय रंग भी माना जाता है और इसलिए मेहंदी लगाने से भोलेबाबा की कृपा पाने में मदद मिलती है।
सेहत के लिए भी है फायदेमंद
धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के अलावा सावन में मेहंदी लगाने का वैज्ञानिक कारण भी है। दरअसल, बरसात के दौरान कई तरह की समस्याएं लोगों के लिए परेशानी की वजह बनी रहती है। ऐसे में मेहंदी इन मौसमी बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करती है। साथ ही इसकी शीतलता शरीर की गर्मी दूर करने में मदद करती है, जिससे मन शांत रहता है।