रिश्तेदारों के सामने भूलकर न करें 3 हरकतें

रिश्तेदार वो लोग होते हैं जिनसे हम खुलकर मिल सकते हैं अपनी बातें शेयर कर सकते हैं और कई बार तो खूब मस्ती भी करते हैं लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो हमें रिश्तेदारों के सामने करने से बचना चाहिए नहीं तो हम मजाक का पात्र बन सकते हैं।
क्या आपके भी कुछ ऐसे रिश्तेदार हैं जिनके सामने आप हमेशा अपनी अच्छी इमेज बनाए रखना चाहते हैं? या वो जिनके सामने जरा-सी चूक भी आपको मजाक का पात्र बना सकती है?हां, ये रिश्तेदार ही तो होते हैं जिनसे हम खुलकर मिल सकते हैं, अपनी बातें शेयर कर सकते हैं और कई बार तो खूब मस्ती भी करते हैं।
हालांकि, हर रिश्ते की अपनी मर्यादा होती है और कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो हमें रिश्तेदारों के सामने करने से बचना चाहिए, नहीं तो हमारी सारी इज्जत पानी में मिल सकती है और हम मजाक का पात्र बन सकते हैं। आइए जानते हैं वो कौन सी 3 हरकतें हैं जिनसे आपको रिश्तेदारों के सामने बचने की सख्त जरूरत है।
शेखी बघारना
कुछ लोग रिश्तेदारों के सामने अपनी अमीरी, अपनी सफलता या अपने बच्चों की खूबियां बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं। जैसे, “अरे, मेरे बच्चे ने तो इस बार लाखों का पैकेज उठाया है!” या “मैंने तो अभी-अभी नई गाड़ी ली है, बहुत महंगी है।” इस तरह का दिखावा कई बार लोगों को अनकम्फर्टेबल कर देता है और वे आपके बारे में नेगेटिव राय बना सकते हैं।
हो सकता है आप सच बोल रहे हों, लेकिन ज्यादा शेखी बघारना लोगों को घमंड की निशानी लग सकता है। ऐसे में, अपनी उपलब्धियां बताने के बजाय उन्हें आपके काम या लाइफस्टाइल से खुद ही पता चलने दें।
बिन मांगे सलाह देना
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे हर बात में अपनी राय देने लगते हैं, भले ही उनसे पूछी न गई हो। जैसे, “तुम्हारे बच्चे को ऐसे नहीं, वैसे पढ़ाना चाहिए!” या “अरे, तुमने ये सामान गलत खरीदा है, मैं बताता हूं क्या अच्छा है।” जब आप हर बात में अपनी बिना मांगी सलाह देते हैं या ज्ञान झाड़ना शुरू कर देते हैं, तो लोग आपसे कटना शुरू कर देते हैं।
उन्हें लगता है कि आप हर समय खुद को दूसरों से बेहतर साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। इससे आपकी छवि एक घमंडी या हर बात में टांग अड़ाने वाले व्यक्ति की बन जाती है, और आपकी इज्जत कम होने लगती है।
पर्सनल प्रॉब्लम्स का रोना रोना
रिश्तेदारों के सामने अपनी परेशानियां शेयर करना ठीक है, लेकिन हर बार मिलने पर अपनी निजी समस्याओं का रोना रोना या लगातार शिकायतें करना आपको लोगों की नजरों में गिरा सकता है। “मेरी नौकरी में ये दिक्कत है,” “मेरे पति/पत्नी मेरी बात नहीं मानते,” “मेरी तो किस्मत ही खराब है।”
लगातार नेगेटिव बातें करने और खुद को बेचारा दिखाने से लोग आपसे दूरी बनाने लगते हैं। उन्हें लगता है कि आप हमेशा दुखभरी बातें ही करते हैं, और उन्हें आपके साथ समय बिताना बोझिल लगने लगता है। ऐसे में आपकी छवि एक कमजोर, नकारात्मक और सिर्फ अपनी समस्याओं पर केंद्रित व्यक्ति की बन जाती है, जिससे आपकी इज्जत पर आंच आती है।