भारी बारिश की वजह से पहाड़ी राज्यों का हाल बेहाल, उत्तराखंड में चारधाम यात्रा लगातार बाधित

पर्वतीय राज्यों में तेज वर्षा के चलते भूस्खलन होने का सिलसिला जारी है। उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में इस कारण आम जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। वहीं उत्तराखड में लगातार वर्षा के कारण चारधाम यात्रा भी बाधित हो रही है।
रुद्रप्रयाग के मुनकटिया में सोमवार सुबह भूस्खलन के कारण गौरीकुंड हाईवे पांच घंटे तक अवरुद्ध रहने से केदारनाथ धाम जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब दस बजे केदारनाथ यात्रियों को धाम के लिए रवाना किया जा सका।
कई स्थानों पर भूस्खलन
बदरीनाथ हाईवे भी सिरोबगड़ में भूस्खलन होने से लगभग तीन घंटे अवरुद्ध रहा। उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे के ओजरी में बेली ब्रिज निर्माण का काम जारी है। आठ दिनों से यमुनोत्री धाम की यात्रा स्थगित है।
मानसून की सक्रियता से गौरीकुंड हाईवे और केदारनाथ पैदल मार्ग पर सफर खतरनाक हो गया है। गौरीकुंड हाईवे पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक पांच किमी क्षेत्र में कई स्थानों पर पहाड़ से भूस्खलन हो रहा है। इससे हाईवे पर लगातार मलबा और पत्थर गिर रहे हैं।
कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
रविवार रात मुनकटिया व शटल पार्किंग के पास बड़ी मात्रा में मलबा और पत्थर आने से हाईवे अवरुद्ध हो गया। इस कारण सुबह पांच बजे तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना नहीं किया जा सका। बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ और नंदप्रयाग के पास मलबा आने से हाईवे अवरुद्ध हो गया। वहीं मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को देहरादून, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल और जम्मू संभाग में भी भारी वर्षा की चेतावनी हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने मंगलवार को ऊना, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। नौ और 10 जुलाई को भारी वर्षा का अनुमान है।
प्रदेश में सोमवार की शुरुआत खिली धूप के साथ हुई। इस बीच आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य में तेजी आई है। वहीं जम्मू संभाग में मौसम विभाग ने मंगलवार से अगले तीन दिन तक आरेंज अलर्ट जारी करते हुए कई जिलों में भारी वर्षा, बाढ़ व भूस्खलन की आशंका जताई है। उधर, श्रीनगर में भी मौसम की पहली वर्षा ने राहत दी।