बिहार: स्वास्थ्य मंत्री बोले- रोबोटिक सर्जरी बनेगी आधुनिक इलाज की पहचान

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि जय प्रभा मेदांता में पिछले तीन वर्षों में 5000 से अधिक रेफरल मरीजों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया है, जिसमें हृदय रोग, कैंसर, न्यूरो, यूरोलॉजी, बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसी जटिल बीमारियों का निःशुल्क इलाज भी शामिल है।

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने जय प्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना में रोबोटिक सर्जरी व अत्याधुनिक मशीन उपकरण अनुभाग का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंगल पाण्डेय ने कहा कि यह बिहार के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है कि अब अत्याधुनिक तकनीकों व तेज रिकवरी के साथ सर्जरी संभव हो रही है। बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में यह संभव हो पाया कि राज्य में बड़े अस्पतालों का समूह कार्यरत है, जिससे आमजन को दिल्ली-मुंबई जैसे शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा। बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीकी नवाचार और उन्नत उपचार सेवाओं की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ गया है।

मंगल पांडेय ने कहा कि जय प्रभा मेदांता में पिछले तीन वर्षों में 5000 से अधिक रेफरल मरीजों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया है, जिसमें हृदय रोग, कैंसर, न्यूरो, यूरोलॉजी, बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसी जटिल बीमारियों का निःशुल्क इलाज भी शामिल है। यह सुविधा बिहार सरकार और मेदांता हॉस्पिटल के बीच (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत संभव हुई है, जिसका सीधा लाभ राज्य के गरीब और वंचित वर्ग को मिल रहा है। अब तक 10 रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक की जा चुकी हैं, जिनमें से छह सर्जरी बिहार सरकार की मदद से निःशुल्क की गई हैं। रोबोटिक सर्जरी कैंसर, कार्डियक, न्यूरो और यूरोलॉजी जैसी जटिल बीमारियों के इलाज में बेहद कारगर साबित हो रही है।

मंत्री ने कहा कि आईजीआईएमएस पटना में भी रोबोटिक सर्जरी यूनिट स्थापित की जाएगी, जिससे सरकारी अस्पतालों में भी अत्याधुनिक तकनीकों से जटिल सर्जरी संभव हो सकेगी। उन्होंने कहा कि कैंसर संस्थान में अब तक 4357, हार्ट संस्थान में 1361, न्यूरो साइंस में 157, यूरोलॉजी विभाग में 172 रेफरल मरीजों का इलाज हो चुका है। आठ बोन मैरो ट्रांसप्लांट और छह किडनी ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक पूरे किए गए हैं। बिहार सरकार की प्रतिबद्धता अब सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश को तकनीकी रूप से सक्षम, सुलभ और आत्मनिर्भर बनाना भी लक्ष्य है।

इस अवसर पर डॉ. रवि शंकर सिंह, निदेशक जय प्रभा मेदांता हॉस्पिटल के नेतृत्व में पूरे मेदांता परिवार और मेडिकल टीम के कार्यों की स्वास्थ्य मंत्री ने प्रशंसा की। उन्होंने डॉ. नरेश परिहार (एमडी, मेदांता ग्रुप) और डॉ. प्रवेश रेहान की भी सराहना कर कहा कि वे दूर रहकर भी अस्पताल के प्रति गहरी चिंता और संवेदना रखते हैं, जिससे यह व्यवस्था संभव हो पाई।

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