श्रीनगर की डल झील में 9वें मुहर्रम पर निकाली गई नौका रैली

श्रीनगर की डल झील में 9वें मुहर्रम के अवसर पर पारंपरिक मातमी नौका रैली निकाली गई, जिसमें सैकड़ों शिकारे शामिल हुए। प्रशासन ने 10वें मुहर्रम (आशूरा) के जुलूस के लिए विशेष यातायात व्यवस्था और मार्ग परिवर्तन की एडवाइजरी जारी की है।
कश्मीर घाटी में शनिवार को 9वें मुहर्रम के अवसर पर कई जगहों पर मातमी जुलूस निकाले गए। इस बीच श्रीनगर की विश्व प्रसिद्ध डल झील में अनोखी नौका रैली निकाली गई। डल झील के अंदरूनी इलाकों से गुजरने वाली इस रैली में कई शिकारे शामिल हुए।
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि यह मातमी रैली पिछले कई दशकों से डल झील के अंदरूनी इलाकों से निकाली जाती है। इसमें सैकड़ों लोग शामिल होते हैं। इसके बाद यह रैली इमाम बाड़ा पहुंचती है, जहां 9वें मुहर्रम के दिन मातम मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि मुहर्रम के दौरान शिया समुदाय के लोग इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं। इस बीच एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि रविवार को आशूरा (10वें मुहर्रम) के जुलूस को बोटा कदल, लाल बाजार से जडीबल में इमामबाड़ा तक पारम्परिक मार्ग से अनुमति दी जाएगी, जबकि ट्रैफिक पुलिस ने यातायात के सुचारू प्रवाह के लिए भी एडवाइजरी जारी की है।
एक अधिकारी ने कहा, रविवार को 10वें मुहर्रम पर शहर के पारंपरिक मार्गों से आशूरा के जुलूस की अनुमति दी जाएगी। आशूरा के जुलूस में भाग लेने वाले आजादारों के लिए सुगम मार्ग सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की गई है।
यातायात पुलिस की ओर जारी एडवाइजरी के मुताबिक ज़डीबल की ओर जाने वाले यातायात को फिरदौस सिनेमा, मिल स्टॉप, लाल बाजार, बोटा कदल और छठी पातशाही पर मोड़ दिया जाएगा।
लाल चौक से सौरा की ओर जाने वाले या इसके विपरीत जाने वाले मोटर चालकों को डॉ. अली जान रोड को अपनाना होगा और जकूरा से लाल चौक की ओर जाने वाले या इसके विपरीत जाने वाले मोटर चालकों को फोर शोर रोड से जाना होगा।
एडवाइजरी में आगे कहा गया है कि गोजवारा से जडीबल की ओर आने वाले वाहनों को फिरदौस सिनेमा से सजगरीपोरा के रास्ते डॉ. अली जान रोड की ओर मोड़ दिया जाएगा और लाल चौक से रैनावारी होते हुए बदामवारी की ओर आने वाले वाहनों को छठी पातशाही से काठी दरवाजा की ओर मोड़ दिया जाएगा।
लाल बाजार क्षेत्र से कनितार-हजरतबल-फोरशोर सड़क का उपयोग किया जाएगा। आम जनता से अनुरोध है कि वे किसी भी असुविधा से बचने के लिए उन क्षेत्रों की ओर अनावश्यक आवाजाही से बचें जहां यौम-ए-आशूरा जुलूस निकाले जा रहे हैं।