पंजाब: दवा बनाने वाली 6 कंपनियां चला रहीं थीं अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी नेटवर्क

पंजाब, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और महाराष्ट्र में चल रहे अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क का प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जालंधर ने पर्दाफाश किया है। ईडी जालंधर के अधिकारियों ने बताया कि यह रेड 17 से 19 जून तीन दिन तक चली।

ईडी ने इन फार्मा कंपनियों के बैंक खातों की जांच शुरू कर दी और कई अन्य नामी कंपनियां रडार पर हैं। इसमें छह फार्मा कंपनियों और इनसे जुड़े करीब 22 लोगों के घरों, ऑफिस, गोदाम और सप्लाई चेन पर छापे मारे गए। ईडी जालंधर ने छह राज्यों में कुल 16 ठिकानों पर रेड की। ईडी के अधिकारी ने बताया कि रेड के दौरान अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर कई बड़े सबूत मिले हैं, जिससे आने वाले दिनों में उत्तर भारत की कई नामी फार्मा कंपनियों के इस नेटवर्क में शामिल होने का खुलासा होगा।

रेड के दौरान ईडी ने कई दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड, मोबाइल फोन, लैपटॉप और जानबूझकर नष्ट किए रिकॉर्ड के अवशेष जब्त किए। जांच में सामने आया है कि ये फार्मा कंपनियां बड़े स्तर पर ट्रामाडोल, अल्प्राजोलम के अलावा अन्य साइकोट्रॉपिक ड्रग्स और नशीले पदार्थ की सप्लाई अलग-अलग लोगों को करते थे। ये लोग आगे इन नशीली दवाओं को खुले बाजार में महंगे दाम में बेचते थे।

इन कंपनियों ने दिया मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम
ईडी जालंधर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल छह फार्मा कंपनियां जिनमें मेसर्स बॉयोजेनेटिक ड्रग्स प्रा. लि., मेसर्स सीबी हेल्थकेयर, मेसर्स सिमिलाक्स फार्माकेम ड्रग्स इंडस्ट्रीज, मेसर्स एस्टर फार्मा और मेसर्स सॉल हेल्थ केयर प्रा. लि., एलेक्स पालिवाल व अन्य के बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है।

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