इमोशनल बैलेंस और मेंटल क्लैरिटी के लिए फायदेमंद है योग

आजकल की लाइफस्टाइल में स्ट्रेस और एंग्जायटी एक आम समस्या बनते जा रहे हैं। हर व्यक्ति किसी न किसी कारण से स्ट्रेस में रहता है। इसका असर हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ के साथ-साथ इमोशनल हेल्थ पर भी पड़ता है। लेकिन इससे बचाव करने में योग काफी मददगार साबित हो सकता है। योग केवल फिजिकल एक्सरसाइज नहीं है, बल्कि यह मन को भी शांत करता है।
कुछ योगासन मन को शांत करने, भावनाओं को संतुलित करने और मेंटल क्लैरिटी हासिल करने में मदद करते हैं। आइए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 5 असरदार योगासन जानते हैं, जो इमोशनल बैलेंस और मेंटल क्लैरिटी के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
इस बारे में तान्या खन्ना (न्यूट्रिशनिस्ट एंड योगा ट्रेनर, एलीव हेल्थ) बताती हैं कि योग करते वक्त हम गहरी सांसें लेते हैं, ध्यान करते हैं और अपने शरीर व मन के साथ एक जुड़ाव महसूस करते हैं। इससे नकारात्मक विचार कम होते हैं, एंग्जायटी घटती है और मेंटल क्लैरिटी आती है। इमोशनल बैलेंस हमारे रिश्तों को भी मजबूत बनाता है और हमें ज्यादा सहनशील और समझदार बनाता है। जब हमारा मन शांत होता है, तब हम बेहतर फैसले लेते हैं, जिससे हमारी लाइफ क्वालिटी में सुधार होता है।
बालासन
बालासन एक ऐसा आसन है, जो स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने में मदद करता है। यह आसन मन को शांत करके रिलैक्स होने में मदद करता है। सोने से पहले इस आसन को करने से थकान भी दूर होती है।
कैसे करें?
घुटनों के बल बैठकर अपने कूल्हों को एड़ियों पर टिकाएं।
आगे की ओर झुककर माथे को जमीन पर लगाएं।
हाथों को आगे फैलाकर रखें और गहरी सांसें लेते हुए इस पोजिशन में 1-3 मिनट तक रहें।
भुजंगासन
भुजंगासन छाती और फेफड़ों के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह आसन डिप्रेशन और नेगेटिव ख्यालों को दूर करने में भी मदद करता है।
कैसे करें?
पेट के बल लेटकर हाथों को छाती के पास रखें।
सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं, कमर को स्ट्रेच करें।
कंधों को रिलैक्स रखें और गर्दन सीधी रखें।
15-30 सेकंड तक रुकें, फिर सांस छोड़ते हुए वापस आएं।
वृक्षासन
वृक्षासन बैलेंस और फोकस बढ़ाने वाला आसन है। यह मन को स्थिर करके इमोशनल बैलेंस हासिल करने में मदद करता है।
कैसे करें?
सीधे खड़े होकर एक पैर पर बैलेंस बनाएं।
दूसरे पैर को घुटने से मोड़कर जांघ पर रखें।
हाथों को नमस्ते की मुद्रा में लाकर ऊपर की ओर सीधा ले जाएं।
30 सेकंड से 1 मिनट तक इसी पोजिशन में रहें, फिर पैर बदलें।
शवासन
शवासन एक ऐसा आसन है, जिसमें बॉडी पूरी तरह रिलैक्स हो जाती है। इस आसन से मन और शरीर को शांति मिलती है। यह तनाव और इमोशनल इंबैलेंस को दूर करने के लिए बेहद असरदार है।
कैसे करें?
पीठ के बल लेटकर हाथ-पैरों को ढीला छोड़ दें।
आंखें बंद करके गहरी सांसें लें।
शरीर के हर हिस्से को रिलैक्स करें।
5-10 मिनट तक इसी पोजिशन में रहें, फिर उठ जाएं।
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
यह ब्रीदिंग तकनीक मन को शांत करने और मेंटल क्लैरिटी बढ़ाने में बेहद असरदार है। यह आसन फेफड़ों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।
कैसे करें?
सुखासन में बैठकर दाएं हाथ की उंगली से बाईं नाक बंद करें।
दाईं नाक से सांस लें, फिर दाईं नाक बंद करके बाईं से सांस छोड़ें।
इसी प्रक्रिया को उल्टी दिशा में दोहराएं।
5-10 मिनट तक प्रैक्टिस करें।