किसी जमीन को नहीं छूता है ये सागर, लहरों तक का शोर नहीं है यहां, तैरता हुआ जंगल है इसके अंदर!

एक सागर (Sea) आप किसे कहेंगे? समुद्री इलाका या खास तरह के जगह घिरा हो. या तो हर तरफ जमीन से या फिर कुछ ओर जमीन से बाकि हिस्सा किसी महासागर के किनारे आदि से! पर क्या आपने किसी ऐसे सागर के बारे में सुना है जो कि किसी जमीन को नहीं छूता है. वह ना तो किसी देश की भौगोलिक सीमा के पास है ना ही वह किसी महासागर की सीमा के पास है. वह महासागर के बीच में हैं और फिर भी उसे एक अलग सागर का नाम दिया गया है. अटलांटिक महासागर में मौजूद यह इलाका खास वजह से अलग ही सागर है सर्गासो सागर कई कारणों से विशेष है जिसे आज संरक्षण की भी जरूरत है.
महासागर के बीच में एक सागर?
अटलांटिक महासागर में सर्गासो सागर सागर एक रहस्य की तरह छिपा है. यह फ्लोरिडा से 590 मील पूर्व में शांत पानी का क्षेत्र है. लेकिन आखिर ऐसा क्या खास है कि इसे अलग से सागर माना गया? यह जानने से पहले इसकी सीमाओं की बात कर लें. इसकी सीमाएं अटलांटिक महासागर की वो तेज़ धाराएं हैं जो इसे घेरे रहती हैं.
शांत रहता है इसका पानी
यानी कि सर्गासम एक शांत पानी की सागर है जो कि उत्तरी अटलांटक मे ममौजूद है. जी हां यह वाकई में जमीन को नहीं छूता. नाविक इसे सदियों से पार करते हैं. लेकिन इसके शांत नीले पानी में प्रवेश का अहसास कम लोग कर पाते हैं.इस सागर की सतह पर सुनहरे-भूरे रंग के समुद्री शैवाल तैरते हैं. इन्हें सर्गासम कहते हैं. यह पुर्तगाली शब्द “सर्गासो” से आया है, जो अंगूर जैसे शैवाल को दर्शाता है. ये शैवाल धीरे-धीरे लहराते हैं. ये पानी के मैदान में टम्बलवीड जैसे दिखते हैं.
अलग ही तरह का जीवन
कुछ देर रुकने पर शांति अजीब लगती है. जी हां, यहां कोई लहरें नहीं टकरातीं. कोई पक्षी चट्टानों से नहीं चिल्लाते. लेकिन शैवाल जीवन से भरे हैं. चावल के दाने जितने छोटे झींगे, चमकीली छोटी मछलियाँ, सफेद केकड़े और छोटे कछुए यहाँ रहते हैं. ये कछुए अपनी जिंदगी की पहली यात्रा शुरू करते हैं. कुल मिला कर यह एक अलग ही तरह की महासागरीय दुनिया है. इसलिए यह अलग ही सागर है.
तैरता हुआ लेकिन घना जंगल
सर्गासम इतना घना है कि पुराने स्पेनिश नाविक डरते थे. क्रिस्टोफर कोलंबस ने 1492 में लिखा था कि उनकी नावें रुक जाएँगी और “हवा का झोंका कभी नहीं मिलेगा.”यह एक तैरता जंगल है. सर्गासो सागर शांत दिखता है, लेकिन यह भारी काम करता है. गर्मियों में पानी 27-30 डिग्री सेल्सियस तक गर्म होता है. सर्दियों में यह 18-20 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा होता है. ये बदलाव पानी को मिलाते हैं. यह गर्म, नमकीन पानी को उत्तर और ठंडा पानी दक्षिण ले जाता है. यह मौसम को स्थिर रखता है.