Salary के हिसाब से कितना करना चाहिए SIP में निवेश

म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच आज काफी पॉपुलर हो गया है। इसका कारण इसमें मिलने वाला तगड़ा रिटर्न है। म्यूचुअल फंड के तहत आपको 12 से 14 फीसदी रिटर्न मिल जाता है। हालांकि ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है।
अगर आप कम जोखिम चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड के डेट और हाइब्रिड फंड को चुन सकते हैं। इनमें इक्विटी फंड से कम नुकसान होता है। आज हम जानेंगे कि सैलरी के हिसाब से आपको कितना निवेश करना चाहिए। वहीं ये निवेश कितने समय के लिए होना चाहिए।
सैलरी के हिसाब से कितना करें निवेश?
अगर आप एसआईपी या किसी भी स्कीम में निवेश करना चाहते हैं, तो 50:30:20 नियम अपना सकते हैं। आसान भाषा में कहा जाए तो आपको निवेश से पहले सैलरी को सही भागों में बांटना होगा, ताकि खर्चा भी पूरा हो जाए और सेविंग भी आसानी से हो जाए।
इस फॉर्मूला का इस्तेमाल हम एसआईपी निवेश अमाउंट समझने के लिए करेंगे। इस नियम के अनुसार आपको सैलरी को 50:30:20 रेश्यो में बांटना होगा।
50% अमाउंट आप खर्चों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
30% पैसा आप मनचाही वस्तु या मनोरंजन के लिए उपयोग करना चाहिए
20% आप सेविंग के लिए उपयोग कर सकते हैं।
चलिए अब इसे एक उदाहरण की मदद से समझते हैं।
उदाहरण से समझें
मान लीजिए आपकी सैलरी 30,000 रुपये है। तो 15 हजार रुपये आप जरूरतमंद खर्चों के लिए उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा 30 फीसदी यानी 9000 रुपये मनचाही वस्तु में खर्च कर सकते हैं। इसके साथ ही 20 फीसदी पैसा यानी 6000 रुपये आप सेविंग के लिए उपयोग कर सकते हैं।
आप चाहें तो सेविंग का ये पूरा अमाउंट एसआईपी में निवेश कर सकते हैं। या फिर 3000 रुपये एसआईपी और 3000 रुपये किसी सुरक्षित प्लेटफॉर्म में निवेश कर सकते हैं। वहीं अगर आप एसआईपी से जितना लंबे समय के लिए निवेश करेंगे, उतना ही मुनाफा होगा।