जालंधर में सेना ने मार गिराया ड्रोन

भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के एक दिन बार सोमवार रात 9:20 बजे जालंधर के मंड गांव में सशस्त्र बलों ने एक निगरानी ड्रोन को मारा गिराया। विशेषज्ञ दल मलबे की तलाश कर रहा है। जालंधर के डीसी हिमांशु अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि यह एक निगरानी ड्रोन था। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि अगर आपको मलबा दिखे तो उसके पास न जाएं और तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित करें।
उन्होंने कहा कि रात 10 बजे के बाद से जालंधर में कोई ड्रोन गतिविधि नहीं देखी गई। हमने एहतियात के तौर पर जालंधर के कुछ इलाकों में लाइट काट दी। चिंता की कोई बात नहीं है। वहीं, जिस स्थान पर ड्रोन गिराया गया है, वहां पुलिस अधिकारी भी पहुंचे गए हैं, जो बारीकी से जांच कर रहे हैं। पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर का कहना है कि सुरानस्सी के सैन्य क्षेत्र में भी दो ड्रोन देखे गए हैं। इसके अलावा मीरपुर और नंदपुर गांव के लोगों का कहना है कि उन्होंने छह से सात बार ऐसी गतिविधि देखी। उन्होंने आसमान में चमकीली रोशनी देखी और उसके बाद धमाके हुए। नंदनपुर और सुरानस्सी गांवों में ब्लैकआउट हो गया है।
वहीं, होशियारपुर के दसूहा तहसील के गांव पंडोरी में भी धमाकों की आवाज सुनी गई। गांव के रहने वाले एडवोकेट अमन मिन्हास ने बताया कि शाम करीब 8:30 बजे वह खाना खा रहे थे कि आसमान में चमकीली रोशनी दिखाई दी। उन्होंने तीन धमाके सुने। इसके कुछ ही देर के बाद ही ब्लैकआउट कर दिया गया। दसूहा के छांगला गांव के सरपंच देवलराज ने बताया कि रात करीब 8:45 बजे आसमान में तीन ड्रोन उड़ते हुए देखे गए। इसके बाद कुछ देर बाद धमाकों की आवाज सुनाई दी और आकाश में चिंगारियां देखी गईं।