महाराष्ट्र: औरंगजेब व अन्य आक्रांताओं की कब्र हटाना सीएम फडणवीस का पहला कर्तव्य

द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को उनके कर्तव्य की याद दिलाई है। संत प्रज्ञानंद सरस्वती महाराज ने कहा, अगर सरकार मुगल बादशाह औरंगजेब और अन्य आक्रमणकारियों की कब्रों की राज्य से हटाने में विफल रहती है तो सनातन धर्म के अनुयायियों को ऐसा करने के लिए खुद ही कदम बढ़ाने पड़ेंगे।

महाराष्ट्र में औरंगजेब व अन्य आक्रांताओं की कब्र हटाना CM फडणवीस का पहला कर्तव्य है। द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य प्रज्ञानंद सरस्वती महाराज ने यह बात कही है। उन्होंने कहा, अगर सरकार यह काम करने में विफल रहती है तो सनातन धर्म के अनुयायियों को खुद ही ऐसा करना होगा। मंगलवार को एक मराठी समाचार चैनल से बात करते हुए प्रज्ञानंद सरस्वती ने कहा, आपने औरंगजेब को अपनी जमीन दी। उसके वंशज आज कट्टरपंथी और उग्रवादी बनकर हिंदुओं पर हमले कर रहे हैं।

कब्र को लेकर विवाद, सरकार को बढ़ानी पड़ी सुरक्षा
उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए इस बात पर जोर दिया कि अगर सरकार औरंगजेब और अन्य आक्रांताओं की कब्रों को हटाने का कर्तव्य पूरा नहीं करती तो सनातन धर्म के अनुयायियों को इस काम के लिए खुद आगे आना होगा। बता दें कि छत्रपति संभाजीनगर से करीब 25 किलोमीटर दूर खुल्ताबाद में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग के बाद पिछले महीने महाराष्ट्र के कई हिस्सों में तनाव फैल गया था। कई समूहों ने कब्र को हटाने की धमकी दी थी, जिसके बाद सरकार ने कब्र के आसपास सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया था।

पहलगाम आतंकी हमले पर क्या बोले द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य
बीते हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर एक सवाल परप्रज्ञानंद महाराज ने कहा, यह दुनिया के हर धर्म को आश्रय देने वाले ‘धर्म’ पर सीधा हमला है। आज वही सनातन धर्मी, हिंदू धर्मी अपनी जान की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं…उनकी जान मुसलमान और इस्लाम धर्म के अनुयायी ले रहे हैं, जिन्हें शरण दी गई थी।

सीएम योगी जैसी भावनाएं दिखाएं फडणवीस, बुलडोजर की तरह काम करें
जब उनसे पूछा गया कि कुछ लोग कह रहे हैं कि औरंगजेब की कब्र को हटाने का फैसला सही नहीं है, इस पर शंकराचार्य प्रज्ञानंद महाराज ने कहा, ऐसे लोगों की बात क्यों सुनी जा रही है? राष्ट्र-विरोधी और धर्म-विरोधी शक्तियों के खिलाफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उत्तर प्रदेश के अपने समकक्ष योगी आदित्यनाथ जैसी भावनाएं दिखानी चाहिए। अराजक तत्वों, राष्ट्र-विरोधी और संविधान-विरोधी लोगों को खत्म करने के लिए फडणवीस को यूपी के सीएम की तरह ही बुलडोजर वाली कार्रवाई करनी चाहिए।

औरंगजेब और उसके वंशजों की कब्र भारत में होने का कोई कारण नहीं
क्या उन्हें उम्मीद है कि सीएम फडणवीस की सरकार औरंगजेब की कब्र हटवाएगी? इस सवाल पर उन्होंने कहा, उम्मीदों का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। जिस इतिहास ने भारत के महापुरुषों को परेशान किया, लोगों के जबरन धर्म बदलवाए गए, मंदिरों और पूजा स्थलों को नष्ट कर दिया गया, उसे अब तक समाप्त कर दिया जाना चाहिए था। औरंगजेब और उसके वंशजों के इतिहास या उनकी कब्रों को इस देश में रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

औरंगजेब की कब्र संरक्षित स्मारक, इसे नहीं हटाया जाएगा
बता दें कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पहले भी औरंगजेब की कब्र के विवाद पर टिप्पणी कर चुके हैं। उन्होंने बीते मार्च में कहा था कि चाहे लोग मुगल बादशाह औरंगजेब को पसंद करें या न करें, उनकी कब्र एक संरक्षित स्मारक है और इसे नहीं हटाया जाएगा, लेकिन महिमामंडन भी नहीं होने दिया जाएगा। नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने ये भी कहा कि कानून के दायरे से बाहर की संरचनाओं को हटाया जाना चाहिए।

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