आतंकी हमले का अमरनाथ यात्रा पर कोई असर नहीं, पिछले साल से 20% अधिक पंजीकरण

अमरनाथ यात्रा के लिए 16 दिनों में करीब 3.50 लाख श्रद्धालुओं ने अग्रिम पंजीकरण कराया है।

पहलगाम आतंकी हमले से देशभर के पर्यटकों में बेशक थोड़ा डर जरूर है, लेकिन शिवभक्तों की आस्था में कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। अमरनाथ यात्रा के लिए 16 दिनों में करीब 3.50 लाख श्रद्धालुओं ने अग्रिम पंजीकरण कराया है।

रोजाना पारंपरिक बालटाल और पहलगाम रूट के लिए आठ से नौ हजार श्रद्धालु पंजीकरण करा रहे हैं। इस बार भी यात्री पहलगाम रूट को प्राथमिकता दे रहे हैं। पिछले साल की तुलना में अब तक औसतन 20% अधिक पंजीकरण हुआ है।

यात्रा से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद अग्रिम यात्री पंजीकरण पर खास असर नहीं दिखा है। पहलगाम रूट के लिए पंजीकरण लगभग पैक चल रहा है। वर्ष 2024 की तुलना में इस बार अमरनाथ यात्रा 16 दिन कम है।

इस बार 38 दिन की यात्रा तीन जुलाई से शुरू हो रही है। देशभर की निर्धारित बैंक शाखाओं के अलावा ऑनलाइन मोड में अग्रिम यात्री पंजीकरण प्रक्रिया जारी है। यात्रा के दौरान दोनों रूटों से दैनिक आधार पर 10-10 हजार श्रद्धालुओं को पवित्र गुफा के लिए भेजा जाता है, जिसमें रोजाना करीब एक हजार यात्रियों का ऑनस्पाॅट पंजीकरण किया जाता है।

इसमें अधिकांश यात्री बालटाल रूट को प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि बालटाल से पवित्र गुफा तक दर्शन कर वापसी के लिए 28 किमी का सफर एक दिन में पूरा कर लिया जाता हैं। पहललगाम से पवित्र गुफा तक 48 किमी का सफर तय करना पड़ता है, जिसमें दो से तीन दिन लगते हैं, मगर इस रूट पर श्रद्धालु अपार प्राकृतिक और विहंगम दृश्यों का आनंद लेते हैं। इस ट्रैक पर पहलगाम से 16 किमी की दूरी पर पहला पड़ाव चंदनबाड़ी पड़ता है। इसके बाद पिस्सू टाप, शेषनाग, पंचतरणी से होते हुए पवित्र गुफा तक पहुंचा जाता है।

कटरा से शिवखोड़ी जा रहे श्रद्धालु, ले रहे राफ्टिंग का लुत्फ
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पर्यटक श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन कर कश्मीर के बजाय जिले के दूसरे सबसे बड़े धार्मिक स्थल शिवखोड़ी धाम जा रहे हैं। 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के अगले दिन नाम मात्र श्रद्धालु शिवखोड़ी पहुंचे थे, लेकिन उसके बाद यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ी है।

कटरा से शिवखोड़ी जाने वाले श्रद्धालु जिला मुख्यालय से चार किमी की दूरी पर दरिया चिनाब में राॅफ्टिंग का भी लुत्फ ले रहे हैं। गुजरात से आए 70 श्रद्धालुओं ने बारादरी में दरिया के बीच राॅफ्टिंग की।

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