अमेरिका ने विद्रोहियों 29 ठिकाने किए तबाह

अमेरिकी सेना ने शनिवार को उत्तरी यमन में हूती ठिकानों पर 29 हवाई हमले किए। यह हमला हूती क्रांतिकारी समिति के प्रमुख मोहम्मद अली अल-हूती के जवाबी कार्रवाई की धमकी के बाद किया गया है।
अल-जौफ प्रांतों को भी निशाना बनाया गया
संगठन की ओर से संचालित अल-मसीरा टीवी के अनुसार, सुबह-सुबह अमेरिकी हमले में सना और उसके आस-पास के कई स्थानों के अलावा सादा और अल-जौफ प्रांतों को भी निशाना बनाया गया। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
ताजा हवाई हमले गुरुवार रात को अमेरिका के कई घातक हमलों के बाद हुए हैं, जिसमें हूती-नियंत्रित रास ईसा ईंधन बंदरगाह और ईंधन को संग्रहीत करने वाले टैंकों को निशाना बनाया गया था। यह तनाव अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा चार मार्च को हाउती समूह को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किये जाने के बाद बढ़ा है।
यह कदम लाल और अरब सागर में इजरायल और वाणिज्यिक जहाजों पर हाउती द्वारा किए गए हमलों की एक श्रृंखला के बाद उठाया गया है, जो 2023 के अंत में गाजा में इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के फैलने के तुरंत बाद शुरू हुआ था।
एयर स्ट्राइक पर क्या बोले हूती?
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार हूती नियंत्रित सशस्त्र बलों ने कहा कि जब तक इजराइल पर गाजा का आक्रमण बंद नहीं हो जाता और गाजा में की गई घेराबंदी नहीं पूरी तरह से नहीं हटा ली जाती, तब तक यमन फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में अपना अभियान जारी रखेगा।
अमेरिकी एयर स्ट्राइक पर बयान देते हुए हूती विद्रोहियों ने कहा कि इस आक्रामकता से टकराव और बढ़ेगा। यमन किसी भी हालत में पछे नहीं हटेगा। बता दें कि यमन पर की गई अमेरिकी एयर स्ट्राइक में 74 लोगों की मौत हो गई है।