भोलेबाबा के दर्शन के लिए बना रहे हैं Kedarnath Dham जाने का प्लान, तो ये रही पूरी ट्रैवल गाइड

हिंदू धर्म में तीर्थ यात्रा (Kedarnath Dham Yatra 2025) का काफी महत्व होता है। यही वजह है कि लोग अक्सर किसी न किसी तीर्थ धाम या धार्मिक स्थान पर जाते रहते हैं। इसके अलावा हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा का भी काफी महत्व है। यह यात्रा भी दो तरह की होती है। एक चार धाम यात्रा में भारत के चार मंदिर शामिल हैं, वहीं दूसरे में उत्तराखंड के चार मंदिर यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं।
इन सभी धामों में केदारनाथ धाम का सबसे ज्यादा महत्व माना जाता है। यहां एक बार जाने की हर किसी भी इच्छा होती है। उत्तराखंड की पहाड़ियों पर बसा भोलेनाथ का यह दरवार हिंदू धर्म में खास महत्व रखता है और इसलिए यहां तक पहुंचने के लिए कठिन यात्रा करनी पड़ती है।
कब से शुरू हो रही चारधाम यात्रा?
इस साल 30 अप्रैल से चार धाम यात्रा की शुरुआत होने वाली है। इसके तहत यमुनोत्री और गंगोत्री के पट 30 अप्रैल से खुलेंगे, जबकि केदारनाथ 2 मई और बद्रीनाथ 4 मई से भक्तों के लिए खुलने वाला है। अगर आप भी इस साल चारधाम यात्रा या सिर्फ केदारनाथ जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कुछ केदारनाथ जाने के लिए पूरी ट्रैवल गाइड-
कैसे पहुंचे केदारनाथ धाम
अगर आप केदारनाथ जाने का प्लान बना रहे हैं, तो भोलेनाथ के दरबार जाने के लिए हरिद्वार या देहरादून पहुंचना होगा। इसके लिए आप दिल्ली या किसी भी शहर से ट्रेन, बस या फ्लाइट ले सकते हैं। सीधा केदारनाथ जाने के लिए कोई रेल सुविधा नहीं है। इसलिए आपको ऋषिकेश, हरिद्वार या देहरादून होकर यहां पहुंचना होगा और फिर यहां से आप बस या हेलीकॉप्टर के जरिए केदारनाथ पहुंच सकते हैं।
फ्लाइट से कैसे पहुंचे?
केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए सबसे करीब एयरपोर्ट देहरादून स्थित जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो केदारनाथ से लगभग 238 किलोमीटर दूर है। यह एयरपोर्ट भारत के प्रमुख शहरों जैसे नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई से जुड़ा हुआ है। यहां पहुंचने के बाद आप देहरादून से, टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या केदारनाथ के निकटतम सड़क मार्ग सोनप्रयाग पहुंचने के लिए बस ले सकते हैं।
ट्रेन से कैसे पहुंचे?
केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए ऋषिकेश रेलवे स्टेशन सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है। यह गौरीकुंड से करीब 210 किमी दूर दूर है। यह रेलवे स्टेशन भारत के लगभग सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है और यहां के लिए रोजाना नियमित ट्रेनें चलती हैं। ऋषिकेश पहुंचने के बाद आप यहां से गौरीकुंड के लिए बस से सकते हैं।
बाईरोड से कैसे पहुंचे?
केदारनाथ जाने वाली सड़क गौरीकुंड से खत्म होती है और यहां से 17 किमी की चढ़ाई शुरू होती है। ऐसे में अगर आप बाईरोड यहां आना चाहते हैं, तो उत्तराखंड और भारत के उत्तरी राज्यों की प्रमुख जगहों की सड़कों से गौरीकुंड अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आपको देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, श्रीनगर आदि से गौरीकुंड के लिए बसें और टैक्सी आसानी से मिल जाएगी।