MS Dhoni अचानक IPL 2025 के बीच नहीं लेंगे संन्यास; खुद माही ने कर दिया साफ!

सीएसके के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक पॉडकास्ट में अपने संन्यास की खबरों पर चुप्पी तोड़ी। धोनी के संन्यास की अफवाहें उस वक्त तेज होने लगी जब सीएसके और दिल्ली कैपिट्स के बीच चेपॉक में खेले गए मैच को देखने के लिए धोनी के माता-पिता भी स्टेडियम पहुंचे।
धोनी के संन्यास की खबरें झूठी निकली, क्योंकि उन्होंने मैच के बाद ऐसा कोई एलान किया। धोनी ने इन खबरों पर चुप्पी तोड़ी है और राज शमानी के पॉडकास्ट में फैंस को भरोसा दिलाया कि वह इस सीजन के अंत में अपने करियर को अलविदा नहीं कह रहे हैं।
MS Dhoni ने अपने संन्यास की अफवाहों पर तोड़ी चुप्पी
दरअसल, आईपीएल के 18वें सीजन में धोनी (MS Dhoni IPL) ने एक पॉडकास्ट में कहा कि अभी नहीं, मैं अभी भी आईपीएल में खेल रहा हूं। मैं चीजों को आसान रखता हूं और एक साल का समय देता हूं। अभी मैं 43 साल हूं और आईपीएल 2025 के खत्म होने तक 44 साल का हो जाऊंगा। इसके बाद मेरे पास 10 महीने का समय होगा ये जानने के लिए कि मैं आगे खेल सकता हूं या नहीं। लेकिन इसका फैसला मैं नहीं करता, बल्कि मेरा शरीर करता है।
बता दें कि सीएसके बनाम दिल्ली कैपिटल्स के मैच के दौरान, जो कि एम चिंदबरम स्टेडियम में खेला गया था, उसमें धोनी के माता-पिता भी मैच देखने स्टेडियम आए थे, तो फैंस ने सोशल मीडिया पर ये कयास लगाने शुरू कर दी कि माही अपना आखिरी आईपीएल मैच खेल रहे हैं।
लेकिन, हमेशा की तरह एमएस धोनी ने अपने फैंस को चौंका दिया और उन्होंने पॉडकास्ट में यह घोषणा की कि वह इस आईपीएल सीजन के आखिरी में संन्यास नहीं लेंगे।
इससे पहले CSK के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने धोनी के संन्यास के बारे में पूछा था कि वह अब इस टॉपिक पर धोनी से बात नहीं करते। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता। मैं बस उनके साथ काम करने का आनंद ले रहा हूं। वह अभी भी मजबूत हैं। मैं इन दिनों उनसे [उनके भविष्य के बारे में] नहीं पूछता।
बता दें कि 43 साल के धोनी के भविष्य को लेकर चर्चा चरम पर है और आरसीबी के खिलाफ उनका 9वें नंबर पर बैटिंग करने का फैसला फैंस को बिल्कुल पसंद नहीं आया था। धोनी के बैटिंग प्रदर्शन की खूब आलोचना हुई। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ सीएसके के 184 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान जब धोनी क्रीज पर आए तो टीम को 9 ओवर में 110 रन की जरूरत थी। इस दौरान धोनी 26 गेंदों पर 115 के स्ट्राइक रेट से 30 रन बना पाए, जिसके बाद उनकी आलोचना हुई।