दिल्ली में दंपती की हत्या: मोहिंदर का पहले गला घोंटा, फिर मुंह दबाया

बदमाश ने बुजुर्ग मोहिंदर का बड़े ही आराम से नेबुलाइजर के पाइप से गला घोंट दिया। इसके बाद उनके चेहरे पर तकिया रखकर उनका दम भी घोंटा गया।

हत्या के समय दलजीत ने हत्यारे से खूब संघर्ष किया था। उनके शरीर पर जद्दोजहद के निशान भी पाए गए हैं। दरअसल बीमार रहने की वजह से मोहिंदर बेहद कमजोर थे जबकि शरीर से दलजीत ठीक-ठाक थीं। ऐसे में अकेले हत्यारे को उन पर काबू पाने में दिक्कत हुई। दलजीत ने अपनी जान बचाने की हर संभव कोशिश भी की, लेकिन बाद में वह हार गईं।

बदमाश ने बुजुर्ग मोहिंदर का बड़े ही आराम से नेबुलाइजर के पाइप से गला घोंट दिया। इसके बाद उनके चेहरे पर तकिया रखकर उनका दम भी घोंटा गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम उनके घर पहुंची तो देखा कि दोनों के शव सड़ने लगे थे। इस बात से पुलिस आशंका जता रही है कि रविवार को घर आने के कुछ ही देर बाद आरोपी ने उनकी हत्या कर दी।

नए नौकर का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवा पाए थे दंपती
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि दंपती नए नौकर का पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं करवा पाए थे। उन्होंने पुराने नौकर पर विश्वास करके इसको काम पर रख लिया था। नौकर रात आठ बजे आता था। पूरी रात दंपती की देखभाल करने के बाद सुबह आठ-नौ बजे चला जाता था। काम पर रखने के चौथे ही दिन उसने वारदात को अंजाम दे दिया।

बुजुर्ग मोहिंदर सिंह के एक करीबी ने बताया कि विक्की नामक नौकर काफी समय से उनके पास काम कर रहा था। वह रात के समय दंपती की देखभाल करता था। काम में लापरवाही बरतने की वजह से एक माह पूर्व दंपती ने उसे निकाल दिया था। उसके जाने के बाद दंपती को काफी परेशानी हो रही थी।

दंपती ने विक्की को ही काम पर वापस लौटने या किसी दूसरे नौकर को भेजने के लिए कहा था। चार दिन पहले विक्की ने ही आरोपी को भेजा था। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोकल पुलिस के अलावा स्पेशल स्टाफ, एएटीएस समेत जिले की आधा दर्जन टीमें आरोपी की तलाश कर रही है। क्राइम ब्रांच भी अपने स्तर पर जांच कर रही है।

सोसायटी के गेट पर 24 घंटे गार्ड रहते हैं तैनात
जिस सोसायटी में दंपती मोहिंदर और दलजीत रहते थे वह बेहद पॉश एरिया में मौजूद है। सोसायटी में बड़ी-बड़ी कोठियां मौजूद हैं। 24 घंटे यहां गेट पर सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं। ऐसे में किसी के बाहर से आकर वारदात को अंजाम देना बेहद मुश्किल है। चूंकि सुरक्षा गार्ड आरोपी को जानते होंगे, इसलिए उन्होंने आरोपी को बड़े आराम से बैग लेकर जाने दिया। पुलिस पूछताछ कर पता लगा रही है कि सोमवार सुबह कौन-कौन सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी पर तैनात थे।

रविवार आठ बजे आखिरी बार देखे गए थे मोहिंदर सिंह
परिजनों ने रविवार रात आठ बजे मोहिंदर सिंह को आखिरी बार जिंदा देखा था। इसके बाद न तो किसी से उनकी बात हुई और न ही किसी ने उनको देखा। बीमार रहने की वजह से वह चालक के साथ ही घर से बाहर निकलते थे। सोमवार को किसी वजह से चालक भैरव नहीं पहुंच पाया था। इस वजह से दंपती की हत्या का पता नहीं चल पाया। अपने कामों में व्यस्त होने की वजह से दोनों बेटे और बहू भी बुजुर्ग दंपती की सुध नहीं ले पाए। इस बीच मंगवार सुबह भैरव के पहुंचने पर उनकी हत्या का पता चला।

बेहद मिलनसार और मेहनती थे मोहिंदर सिंह
मोहिंदर के रिश्तेदार ने बताया कि मोहिंदर सिंह ने बहुत कम उम्र में अपना काम शुरू कर दिया था। वह बेहद मेहनती थी। उन्होंने कपड़ों का काम शुरू किया। दोनों बेटों को कारोबार से जोड़ा। पिछले कुछ सालों से वह बीमार रहने लगे तो उन्होंने दोनों शोरूम बेटों के हवाले कर घर पर ही रहने का फैसला किया। रिश्तेदार ने बताया कि मोहिंदर बेहद मिलनसार था। वह सुख-दुख में हर रिश्तेदार के यहां खड़े रहते थे। पड़ोसियों से भी उनके अच्छे संबंध थे।

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