राजोरी के बड्डाल गांव में दो महीने बाद खुले सरकारी स्कूल, जहां 17 मौतों के बाद फैला था डर

बड्डाल गांव राजोरी में सरकारी स्कूल 23 जनवरी से बंद थे, क्योंकि गांव में एक रहस्यमय बीमारी फैल गई थी, जिसके कारण 17 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 बच्चे शामिल थे। परीक्षा सत्र के करीब आने पर प्रशासन ने 4 मार्च को स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया।
स्कूलों को 23 जनवरी को बंद कर दिया गया था और गांव को कंटेन्मेंट जोन घोषित कर दिया गया था। समय की कमी को पूरा करने के लिए परीक्षा का पाठ्यक्रम घटा दिया गया है। हालांकि, इस रहस्यमय बीमारी के कारण का अभी तक पता नहीं चल सका है।
संसार सिंह, सरकारी गर्ल्स मिडल स्कूल, बड्डाल गली के शिक्षक ने बताया 23 जनवरी को यहां चार मौतों के बाद स्कूल बंद कर दिए गए थे और 4 मार्च को फिर से खोले गए। हमने हर घर में जाकर लोगों को यह समझाया कि वे अपने बच्चों को परीक्षा के लिए स्कूल भेजें। बच्चे स्कूल आ रहे हैं, लेकिन लोगों में अभी भी डर का माहौल है। कुछ माता-पिता अपने बच्चों को परीक्षा के बाद तुरंत वापस ले आते हैं। हमने बच्चों के लिए साफ पानी की व्यवस्था की है और उन्हें बाहर से कुछ खाने के लिए मना किया है। स्कूलों में अभी के लिए मिड-डे मील भी बंद कर दिए गए हैं।
मोहम्मद नदीम बड्डाल गांव के एक छात्र ने कहा मेरे एक सहपाठी की मौत हो गई थी, जिसके बाद हमारा स्कूल दो महीने के लिए बंद हो गया। हमें बहुत परेशानी हुई। हम परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाए और न ही बाहर ट्यूशन जा सके। यहां हर जगह डर का माहौल है।
एक अन्य छात्र ने कहा मेरे इलाके में छह बच्चों की मौत हो गई। मैं राजोरी के अस्पताल में लगभग एक महीने और आधे के लिए था। अब स्कूल खुल चुके हैं, लेकिन हम कुछ नहीं सीख पाए या याद कर पाए। हम घर में थे, बहुत डर था। पाठ्यक्रम थोड़ा घटा दिया गया है। हम घर से खाना और पानी लाते हैं।