आईफा अवॉर्ड 2024: आमेर और अल्बर्ट हॉल में ट्रॉफी की रेप्लिका लगी

गुलाबी नगरी जयपुर इस साल बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड समारोहों में से एक आईफा अवॉर्ड्स 2024 की मेजबानी करने जा रही है। 8 और 9 मार्च को होने वाले इस भव्य आयोजन से पहले शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर आईफा अवॉर्ड ट्रॉफी की रेप्लिका स्थापित की गई है, जिससे इस उत्सव का माहौल और भी रंगीन हो गया है।
सोमवार रात 9 बजे आईफा अवॉर्ड की ट्रॉफी की रेप्लिका जयपुर के ऐतिहासिक आमेर महल लाई गई और इसे महल के जलेब चौक में स्थापित किया गया। आमेर महल जयपुर का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जहां प्रतिदिन हजारों देसी-विदेशी सैलानी आते हैं। ट्रॉफी की स्थापना से महल का आकर्षण और भी बढ़ गया है। महल अधीक्षक डॉ. राकेश छोलक के अनुसार मंगलवार से पर्यटक इस रेप्लिका के साथ सेल्फी और तस्वीरें ले सकेंगे, जिससे जयपुर के पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटकों के बीच आईफा अवॉर्ड्स को और लोकप्रिय बनाने के लिए अल्बर्ट हॉल संग्रहालय के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर भी आईफा ट्रॉफी की एक रेप्लिका लगाई गई है। यह स्थान पहले से ही जयपुर का एक प्रमुख आकर्षण है और अब आईफा ट्रॉफी की मौजूदगी इसे और खास बना रही है। संग्रहालय में आने वाले पर्यटक यहां तस्वीरें खिंचवाकर इस यादगार पल को कैद कर सकेंगे।
8 और 9 मार्च को जयपुर के सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होने जा रहे इस भव्य अवॉर्ड समारोह में बॉलीवुड के कई दिग्गज सितारे शिरकत करेंगे। आईफा अवॉर्ड्स का यह 25वां संस्करण जयपुर के लिए बेहद खास आयोजन बनने जा रहा है। इसके तहत जयपुर में आईफा से जुड़ी कई गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। ट्रॉफी की स्थापना और अन्य आयोजनों से शहर के पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व को और अधिक बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
आईफा अवॉर्ड्स 2024 के तहत 9 मार्च को सुबह 11 बजे जयपुर के ऐतिहासिक राजमंदिर सिनेमा में फिल्म ‘शोले’ की विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया जाएगा। इस खास इवेंट में बॉलीवुड के कई बड़े सितारे शामिल होंगे और फिल्म से जुड़े कलाकार अपने अनुभव साझा करेंगे। इस आयोजन की सबसे खास बात यह है कि फिल्म ‘शोले’ और राजमंदिर सिनेमा दोनों ही इस साल अपनी गोल्डन जुबली मना रहे हैं।
फिल्म ‘शोले’ भारतीय सिनेमा के इतिहास में मील का पत्थर मानी जाती है। यह फिल्म 15 अगस्त 1975 को रिलीज हुई थी, जिसे रमेश सिप्पी ने डायरेक्ट किया था। पिछले साल मुंबई में भी फिल्म के 50 साल पूरे होने पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जहां फिल्म के लेखक सलीम-जावेद ने भी अपने 50 साल पूरे होने का जश्न मनाया था।
जयपुर का राजमंदिर सिनेमा सिर्फ एक सिनेमा हॉल नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के सबसे भव्य सिनेमाघरों में से एक माना जाता है। इसकी आधारशिला 1966 में राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया ने रखी थी और उद्घाटन 1 जून 1976 को राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी ने किया था। इस सिनेमा हॉल में प्रदर्शित पहली फिल्म ‘चरस’ थी। इसका डिजाइन प्रसिद्ध आर्किटेक्ट डब्ल्यू.एम. नामजोशी ने किया था। इसकी बाहरी बनावट नौ सितारों से सजी हुई है, जो नवरत्नों का प्रतीक माने जाते हैं।
राजमंदिर सिनेमा में कई सुपरहिट फिल्मों का प्रदर्शन हुआ है, जिनमें हम आपके हैं कौन, राम तेरी गंगा मैली, नसीब, शराबी, अवतार, मैंने प्यार किया और बेटा जैसी फिल्में शामिल हैं। राजमंदिर सिनेमा की भव्यता और ऐतिहासिक महत्व इसे भारतीय सिनेमा का गौरव बनाते हैं और ‘शोले’ की स्क्रीनिंग के जरिए इसे एक और ऐतिहासिक पल का गवाह बनने का मौका मिलेगा।