हिमानी हत्याकांड: 28 फरवरी की रात में कत्ल, अगले दिन फोन में किया ये काम

हिमानी हत्याकांड की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। कातिलों ने हिमानी की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए हिमानी का सूटकेस इस्तेमाल किया था। हिमानी की हत्या 28 फरवरी की रात में कर दी गई थी।

कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल का शव जिस सूटकेस में मिला था, वह उसी का निकला। इस बात का दावा हिमानी की मां सविता और भाई जतिन ने किया है। उन्होंने कहा कि सूटकेस देखने के बाद वह अपने घर गए। सूटकेस घर से गायब था। इसके बाद सूटकेस को गंभीरता से देखा तो एक जगह से क्रेक हो रहा था और वह हिमानी का ही था। जब भी हिमानी ज्यादा कपड़े लेकर जाती थी तो उसी का प्रयोग करती थी। अब हिमानी के सूटकेस की पहचान होने के बाद दो थ्योरी पर पुलिस काम कर रही है।

सामने आई दो थ्योरी
पहली थ्योरी यह कि कहीं हिमानी की हत्या उसके घर में ही तो नहीं की गई है। चूंकि हत्या करके शव को बाहर ले जाने के लिए सूटकेस से बेहतर को कोई साधन नहीं था। कुछ लोगों को दूर के सीसीटीवी कैमरों में देखा गया है, लेकिन यह साफ नहीं आ रहा है कि सूटकेस को हिमानी लेकर जा रही थी या कोई और व्यक्ति था।

दूसरी थ्योरी यह है कि हत्यारोपियों के साथ हिमानी जहां शादी के कार्यक्रम में जाने के लिए कहकर गई थी। वहां पर जाते या आते समय किसी बात को लेकर विवाद हुआ और हत्यारोपियों ने गला घोंटकर उसे मार दिया और फिर उसी के सूटकेस में शव डालकर उसे सांपला में फेंक दिया।

हिमानी का मोबाइल फोन बरामद किया पुलिस ने
हिमानी की हत्या 28 फरवरी की रात को ही कर दी गई थी और शव को सांपला में फेंका गया था मगर दिलचस्प बात यह है कि उसका मोबाइल स्टेटस सुबह 9:30 बजे तक देखा जा रहा था। स्टेटस को देखते हुए हिमानी की हत्या को अफवाह माना जा रहा था। हालांकि अब पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्यारोपियों ने फोन अपने कब्जे में ले रखा था मगर अब पुलिस ने उसे बरामद कर लिया है और हत्यारोपियों तक पहुंच गई है।

यह भी हैं कुछ सवाल
हिमानी की हत्या के बाद क्या अकेला व्यक्ति शव को सूटकेस में डाल सकता है?
हिमानी की हत्या के बाद शव को क्या कोई अकेला आदमी उठा सकता है?
अगर हिमानी की पहचान छिपानी थी तो बस स्टैंड के पास ही शव क्यों फेंका?
बस स्टैंड ऐसा क्षेत्र होता है जहां पर रात को भी यात्रियों का आना-जाना होता है, शव फेंकने लिए यह क्षेत्र ही क्यों चुना?
अगर हत्या घर में की है तो इतनी दूर सांपला जाकर ही शव क्यों फेंका गया?
यदि हत्या कहीं बाहर की है तो आखिर कहां से आ या जा रहे थे हत्यारोपी?
हिमानी ने अपनी मां को यह क्यों नहीं बताया कि वह किस की शादी में जा रही है?
मां का दावा है कि हिमानी सब बात बताती थी उनको तो क्यों नहीं बताया कहां जा रही है?
हिमानी ने मां को यह क्यों नहीं बताया कि वह किसके साथ है और कब आएगी?

विजयनगर से सांपला तक 128 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज पुलिस ने खंगाले
हिमानी हत्याकांड का पर्दाफाश करने के लिए एसआईटी के अलावा सीआईए और अन्य टीमों ने विजयनगर से सांपला तक 128 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले हैं। इसमें एक फुटेज हिमानी के घर के पास मिली है। उसमें एक युवक सूटकेस को ले जाता दिखाई दे रहा है। हालांकि सीसीटीवी कैमरा दूर था और वह धुंधला दिखाई दे रहा है। यह पता नहीं चल पाया कि वह कौन था? पुलिस को अंदेशा है कि घटना को हिमानी के घर पर ही अंजाम दिया गया हो और फिर शव को फेंका हो। इसकी जांच की जा रही है।

घर पर ही की गई हिमानी की हत्या!
दरअसल, पुलिस को सांपला में हिमानी का शव मिला था। यह बात पहले से साफ है कि हत्या तो सांपला में नहीं की गई थी तो फिर घटना को अंजाम कहां दिया गया। इसे लेकर पुलिस रात में ही जांच करने विजय नगर स्थित मकान पर पहुंची। वहां पर एक-एक वस्तु का निरीक्षण किया गया।

इसमें परिजनों ने पुलिस को बताया कि हिमानी को उन्होंने बता रखा था कि किस तरह मकान को बंद करना है। किस तरह गेट का ताला लगाकर चाबी कहां रखनी है, लेकिन जब हिमानी की हत्या के बाद घर पर गए तो देखा कि जिस तरह घर पर ताला लगाया जाता था और कमरों को बंद किया जाता था। यह उनके उलट था। इससे पुलिस को अंदेशा है कि हत्यारों ने घटना को अंजाम उसी के घर पर दिया होगा। हत्यारोपी पहले से परिचित है और इस वजह से कोई शोर शराबा भी नहीं हुआ।

शव मिलने से पहले तक स्टेटस किया जा रहा था चेक
हिमानी की हत्या 28 फरवरी की रात को ही कर दी गई थी और शव को सांपला में फेंका गया था मगर दिलचस्प बात यह है कि उनका मोबाइल स्टेटस सुबह 9:30 बजे तक देखा जा रहा था। स्टेटस को देखते हुए हिमानी की हत्या को अफवाह माना जा रहा था। हालांकि अब पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्यारोपियों ने फोन अपने कब्जे में ले रखा था मगर अब पुलिस ने उसे बरामद कर लिया है।

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