पत्नियां हो जाएं निश्चिंत, अब पति लेंगे गर्भनिरोधक गोलिया
अनचाहा गर्भ रोकने की जिम्मेदारी पुरुषों पर कुछ और बढ़ने वाली है. सस्ती दवाएं विकसित करने वाले एनजीओ परसिमस फाउंडेशन ने बताया है कि उन्होंने पुरुष के इस्तेमाल के लिए प्रजननरोधी दवा वैसालेजेल बना ली है.
फाउंडेशन का कहना है कि बबूनों पर किए जा रहे उनके प्रयोग में वैसालेजेल को लेकर काफी सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं. तीन बबूनों पर इस दवा का इस्तेमाल किया गया और फिर उन्हें मादा बबूनों के साथ खुला छोड़ दिया गया. इन बबूनों ने लगभग 15 मादा बबूनों के साथ संबंध बनाए, मगर 6 महीने बाद भी कोई मादा बबून गर्भवती नहीं हुई.
जानवरों पर इस प्रयोग को मिली सफलता से उत्साहित फाउंडेशन ने अगले साल वैसालेजेल का परीक्षण इंसानों पर करने का फैसला किया है. संगठन को उम्मीद है कि यह दवा 2017 तक बाजार में आ जाएगी. अगर कीमत की बात की जाए, तो कंपनी का दावा है कि आपके सेक्स जीवन को बेफिक्र करने वाली इस दवा की कीमत एक टेलीविजन से कम होगी.
अब जरा समझें कि वैसालेजेल काम कैसे करता है.यह एक भारतीय डॉक्टर संजय गुहा द्वारा विकसित मेडिकल तकनीक है, जिसे RISUG (Reversible Inhibition of Sperm Under Guidance) कहते हैa. वैसालेजेल महिलाओं की गर्भनिरोधक दवाओं के मुकाबले ज्यादा प्रभावी है. इसमें सिर्फ एक बार ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है जिससे एक निश्चित समय तक पुरुष गर्भधारण पर रोक लगा सकता है. यह नसबंदी से अलग है. इसमें पुरुष जब चाहे, दूसरा इंजेक्शन लगवाकर गर्भधारण कराने योग्य बन सकता है.