अगले महीने पूर्ण चंद्रग्रहण, दिखेगा चंद्रमा का अद्भुत रूप
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मार्च महीने में लोगों को एक अद्भुत खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। लंबे इंतजार के बाद चंद्रमा का एक अनोखा रूप दिखेगा। खास बात यह है कि चंद्रमा के इस अनोखे रूप को देखने की खातिर किसी उपकरण की जरूरत नहीं है। जरूरत सिर्फ साफ आसमान की होगी।
लोगों को चंद्रमा सुर्ख भूरे रंग में दिखाई पड़ेगा। इस घटना को ब्लड मून कहा जाता है।
अब यह जान लेते हैं कि ब्लड मून कब दिखाई देगा, चंद्रमा का रंग क्यों बदलता है और कहां दिखाई देगा?
क्या है ब्लड मून?
ब्लड मून एक अद्भूत खगोलीय घटना है। जब चंद्रमा सुर्ख भूरे रंग का दिखाई देता है तो उसे ब्लड मून कहा जाता है। खास बात यह है कि ब्लड मून पूर्ण चंद्रग्रहण में दिखाई पड़ता है। मगर भारत में लोग ब्लड मून का दीदार नहीं कर पाएंगे। इसकी वजह यह है कि ग्रहण के दौरान भारत में दिन होगा।
क्यों बदलता है चंद्रमा का रंग?
आमतौर पर चंद्रमा सफेद या नीला दिखाई पड़ता है। मगर पूर्ण चंद्रग्रहण पर चंद्रमा पर पृथ्वी की पूरी छाया पड़ती है। इस दौरान सूर्य की कुछ किरणें धरती के वायुमंडल पर पड़ने के बाद अपवर्तित होती हैं। यही किरणें बाद में चंद्रमा पर पड़ती हैं। इसकी वजह से चंद्रमा सुर्ख भूरे रंग का दिखाई पड़ता है।
कब होता है पूर्ण चंद्रग्रहण?
जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक रेखा में आ जाते हैं और चंद्रमा पर पृथ्वी की पूरी छाया पड़ती है तब पूर्ण चंद्रग्रहण होता है। पृथ्वी की छाया चंद्रमा की सतह को ढक लेती है।
कहां दिखाई देगा ब्लड मून?
आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण साल 2022 में पृथ्वी पर पड़ा था। अब तीन साल बाद 13-14 मार्च की रात पूर्ण चंद्रग्रहण है। इस दौरान उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के लोगों को ‘ब्लड मून’ का दीदार करने को मिलेगा। पूर्ण चंद्रग्रहण लगभग पांच घंटे तक होगा। 65 मिनट तक लोगों को ब्लड मून देखने को मिलेगा।
जब पूर्ण चंद्रग्रहण होगा उस वक्त जहां भी रात होगी… वहां सभी जगह लोगों को पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देगा। यूरोप में ग्रहण के दौरान लोगों को चंद्रमा अस्त होते दिखाई पड़ेगा। दक्षिण अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका के पश्चिमी हिस्सों में पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देगा।