104 दिन बाद मिली डाॅगी…दंपती ने रोते हुए गले से लगा लिया, पुलिस भी कर रही थी तलाश

आगरा के गुरुग्राम के दीपायन और कस्तूरी घोष ताजमहल का दीदार करने आए थे। मगर, आगरा से गए तो एक गम लेकर…। उनकी पालतू डाॅगी ग्रे हाउंड (हिमाचली देसी) होटल से गुम हो गई। 15 दिन तक दंपती ने ताजगंज क्षेत्र की गलियों, पार्क और जंगल को छाना। सुराग देने वाले के लिए 50 हजार का इनाम भी घोषित किया।

इसके बाद भी नहीं मिलने पर मायूस होकर लौट गए। हर दिन वो डाॅगी मिल जाने के लिए प्रार्थना करते थे। गुम हुई डाॅगी शनिवार को मेहताब बाग में नजर आ गई। इससे दंपती की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

दीपायन घोष और कस्तूरी घोष मूलरूप से सेक्टर डी पाकेट-2 वसंत कुंज, दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के रहने वाले हैं। वर्तमान में गुरुग्राम के सेक्टर 41 में रहते हैं। दीपायन एयर इंडिया में अधिकारी हैं। वह एक नवंबर 2024 को पत्नी कस्तूरी घोष के साथ आगरा घूमने आए थे। फतेहाबाद रोड स्थित होटल ताज व्यू में ठहरे थे। उनके साथ दो पालतू डाॅगी भी थे।

तीन नवंबर को पत्नी संग फतेहपुर सीकरी घूमने गए थे। दोनों डाॅगी को होटल के कर्मचारियों के सुपुर्द कर दिया था। एक डाॅगी के दो हजार रुपये तीन घंटे के थे। 11:30 बजे उनकी देसी प्रजाति की ग्रे हाउंड डाॅगी होटल से लापता हो गई थी। दंपती ने होटल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

इस मामले में थाना ताजगंज में केस भी दर्ज कराया। पुलिस के साथ होटल कर्मचारी डाॅगी की तलाश में थे। कई इलाकों में खुद ही पोस्टर चिपकाए। सीसीटीवी फुटेज देखे। बाद में दंपती ने उसके बारे में सुराग देने वाले के लिए 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया। वो 15 दिन तक होटल में ही रुके थे। बाद में निराश होकर घर चले गए थे। दंपती हर सप्ताह तलाश करने आते थे।

मेरे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं
कस्तूरी घोष ने बताया कि ग्रे हाउंड उन्हें 10 साल पहले सड़क पर मिली थी। वह बीमार थी। उसके साथ दूसरा डाॅगी वूफ भी था। उसका एक्सीडेंट हो गया था। वह दोनों को अपने साथ ले गए। इलाज कराया। वह दोनों को अपने बच्चे की तरह रखे हुए थे। दोनों उनके साथ ही बिस्तर पर सोते हैं। वह उनका ख्याल बच्चे की तरह रखते हैं। वह उनकी जिंदगी हैं।

जब होटल से ग्रे हाउंड खो गई तो बहुत परेशानी हुई। ऐसा लग रहा था कि जिंदगी ही दूर चली गई हो। पुलिस और होटल कर्मियों के तलाश करने पर भी जब कोई रास्ता नहीं दिखा तो सिर्फ ईश्वर का ही सहारा था। हर दिन वो प्रार्थना करती थीं कि ग्रे हाउंड मिल जाए।

नहीं रहा खुशी का ठिकाना
कस्तूरी घोष ने बताया कि शुक्रवार रात को एक गाइड का फोन आया। कहा कि आपकी डाॅगी जैसी एक डाॅगी मेहताब बाग में घूम रही है। इस पर उनसे वीडियो देने को कहा। वीडियो में उनकी डाॅगी ग्रे हाउंड नजर आ रही थी।

इस पर होटल और एक संस्था के वालंटियर को भेजा। मगर, वो हाथ नहीं आ सकी। तब फिर शनिवार दोपहर 12 बजे वह भी मेहताब बाग पहुंच गए। मगर, झाड़ियां होने की वजह से नजर नहीं आ रही थी। बाद में इंतजार किया। एक चाय की दुकान पर बैठ गए।

सामने आते ही आंखों से निकले आंसू
ग्रे हाउंड शाम तकरीबन 4 बजे बाहर निकली। मगर, लोगों की भीड़ देखकर लाैट गई। शाम छह बजे तक इंतजार के बाद वह खुद अंदर गईं। कुछ दूर जाने पर वह नजर आने लगी। इस पर बैठकर उसे बुलाया तो पास अब गई। उसकी हालत देखकर आंखों से आंसू आ गए।

लग रहा था कई दिन तक उसने खाना नहीं खाया। वह किस तरह से रह रही थी, यह दर्द नहीं देखा जा रहा था। मगर, खुशी का ठिकाना नहीं है। ग्रे हाउंड वापस मिल गई। वह दुबली हो गई है। हड्डी नजर आ रही हैं। इस पर उसे चिकित्सक के पास ले गए। अब उसे ठीक से खाना देंगे। दंपती उसे लेकर चले गए।

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