दिल्ली में बीजेपी का शानदार कमबैक, गुजरात से गोवा तक कार्यकर्ता गदगद

दिल्ली में विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत पर देश भर में भाजपा कार्यकर्ता खुश दिखे। पार्टी कार्यकर्ताओं व नेताओं ने जश्न मनाया। लोगों ने जगह-जगह पटाखे फोड़कर व लड्डू बांटकर खुशियों का इजहार किया।
प्रदेश भाजपा मुख्यालयों पर पार्टी कार्यकर्ता नारा लगाते हुए ढोल-नगाड़ों के साथ जमकर झूमे। गुजरात भाजपा ने दिल्ली चुनाव में पार्टी की शानदार जीत का जश्न आतिशबाजी और मिठाइयों के साथ मनाया।

ये केजरीवाल की अहंकार की हार: सीआर पाटिल
केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने इसे अरविंद केजरीवाल के अहंकार की हार बताया। उन्होंने कहा कि नतीजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी को साथ लेकर चलने के दृष्टिकोण में लोगों के विश्वास को भी दर्शाते हैं। गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल और वरिष्ठ नेता 26 साल से अधिक समय के बाद दिल्ली में भाजपा की जीत का जश्न मनाने के लिए गांधीनगर में पार्टी के राज्य मुख्यालय कमलम में एकत्र हुए।

देश भर के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न
इसी तरह, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, गोवा, हरियाणा के अलावा दक्षिण व उत्तर पूर्व के राज्यों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत की सराहना की और कहा कि आप को खारिज करके लोगों ने दिखाया कि राज्य में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में लोग पिछले 10 वर्षों से डबल इंजन सरकार का इंतजार कर रहे थे।

पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित
दिल्ली की जीत के बाद पीएम मोदी ने बीजेपी मुख्यालय से पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कहा कि दिल्ली के इस विजय उत्सव के साथ-साथ आज अयोध्या के मिल्कीपुर में भी भाजपा को शानदार जीत मिली है। हर वर्ग ने भारी संख्या में भाजपा के लिए मतदान किया है और अभूतपूर्व विजय दी है। आज देश तुष्टिकरण नहीं बल्कि भाजपा की संतुष्टिकरण की पॉलिसी को चुन रहा है।

दिल्ली में बीजेपी के मिली शानदार जीत
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो भाजपा ने 48 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की है। आप को केवल 22 सीटें ही मिल पाई हैं। इस चुनाव में भी कांग्रेस का खाता नहीं खुला है। जानकारी दें कि दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की आवश्यकता होती है।

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