घर में चल रही थी पूजा, अचानक 3 साल की बच्ची ने सुनाई भगवद् गीता, घरवाले भी सुनकर हैरान

बच्चे तो होते ही प्यारे हैं! उनकी मीठी बातें, मासूमियत भरी शरारतें, और कभी-कभी ऐसी बातें कह जाना कि बड़े भी सोच में पड़ जाएं—यही तो उनका जादू है. अब जरा सोचिए, अगर कोई तीन साल की बच्ची आपको भगवद्गीता के श्लोक सुनाए, और वो भी पूरे आत्मविश्वास के साथ, तो? यकीन नहीं हो रहा? लेकिन ये सौ टका सच है. कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के यल्लापुर में रहने वाली श्रावणी ने अपनी नन्ही जुबान से कुछ ऐसा कर दिखाया कि घरवाले ही नहीं, पूरा गांव हैरान रह गया.

नन्ही श्रावणी ने सुनाया गीता का पाठ
गणपति जड्डीपाल के घर में पूजा का माहौल था. तुलसी के पत्ते तोड़े जा रहे थे, मंत्र गूंज रहे थे और तभी इस घर की तीन साल की बेटी श्रावणी ने भगवद्गीता के 9वें अध्याय के श्लोकों का पाठ करना शुरू कर दिया. पहले तो घरवाले समझ ही नहीं पाए कि ये आवाज कहां से आ रही है, लेकिन जब उन्होंने देखा कि उनकी छोटी-सी बिटिया पूरे भक्ति भाव से गीता का पाठ कर रही है, तो सबकी आंखें आश्चर्य से फैल गईं.

“अरे, ये बच्ची तो गीता सुना रही है!” घरवाले खुशी और हैरानी में डूब गए. इस उम्र में, जब बच्चे अल्फाबेट और नर्सरी राइम्स सीख रहे होते हैं, श्रावणी को संस्कृत के कठिन श्लोक याद थे.

दरअसल, उत्तर कन्नड़ जिले के यल्लापुर के गणपति जड्डीपाल की बेटी श्रावणी ने अपने तीसरे साल में ही भगवद्गीता के 9वें अध्याय का पाठ अपने घर के बड़ों को सुनाया है. गणपति जड्डीपाल के घर में पूजा के दौरान बेटी भी हाथ जोड़कर भक्ति में लीन होकर भगवद्गीता का पाठ कर रही थी. इतनी छोटी उम्र में ही उसने 9वें अध्याय के सभी श्लोकों को अपने परिवार के सदस्यों को सुनाया, जिससे सभी हैरान रह गए.

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